Vastu Tips: क्या आप जानते हैं कि घर में पैसे रखने की जगह भी आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है? वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर में कुछ स्थान ऐसे होते हैं, जहां धन रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक सकता है और इसके परिणामस्वरूप तंगी, कर्ज और अधिक खर्च जैसी समस्याएं आ सकती हैं। कहीं आप भी ऐसी गलतियां तो नहीं कर रहे? आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार वे स्थान, जहां पैसे रखने से बचना चाहिए, ताकि धन और समृद्धि हमेशा आपके पास बनी रहे।
घर की तिजोरी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की तिजोरी को एक खास दिशा में रखना चाहिए। तिजोरी को कभी भी अंधेरे स्थान पर नहीं रखना चाहिए। अगर तिजोरी ऐसी जगह पर रखी जाती है, जहां अंधेरा होता है, तो इससे धन की कमी हो सकती है और घर में आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसी तरह तिजोरी को ऐसे स्थान पर भी नहीं रखना चाहिए, जहां हवा का संचार ना हो, क्योंकि इससे धन की कमी और आर्थिक तंगी हो सकती है। वास्तु में यह माना जाता है कि तिजोरी का स्थान घर के उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए, जहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
दीवार के पास टॉयलेट या बाथरूम
घर में पैसे रखने के लिए एक अन्य स्थान, जो वास्तु शास्त्र में गलत माना जाता है, वह है दीवार के पास। अगर आप अपने पैसे ऐसी जगह रखते हैं, जहां दीवार के पास टॉयलेट या बाथरूम हो, तो यह भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है। इस प्रकार के स्थान पर पैसे रखने से माना जाता है कि धन हाथ में टिकता नहीं है और फिजूल खर्ची भी बढ़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप घर में आर्थिक संकट और पैसे का अव्यवस्थित होना संभव होता है। इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार, पैसे रखने के लिए ऐसी जगहों से बचना चाहिए, जहां टॉयलेट या बाथरूम हो।
दक्षिण दिशा में पैसे रखना
दक्षिण दिशा में पैसे रखना भी वास्तु के अनुसार गलत माना जाता है। दक्षिण दिशा को यम का स्थान माना गया है और यहां पैसे रखने से घर में दरिद्रता और धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इस दिशा में पैसे रखने से घर में आर्थिक तंगी और दरिद्रता बनी रहती है, जो परिवार के सुख-शांति को प्रभावित कर सकती है। इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पैसे रखने के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा को सर्वोत्तम माना जाता है, क्योंकि ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होती हैं और घर में समृद्धि लाती हैं। यह जानकारी केवल मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथों पर आधारित है।