Trayodashi Shradh Date Time: पितृ पक्ष में आश्विन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाने वाला श्राद्ध उन हुतात्माओं के लिए किया जाता है, जिनकी मृत्यु त्रयोदशी तिथि पर हुई हो। इसके साथ ही इस दिन शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष दोनों ही पक्षों की त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध पूर्वजों के निमित्त किया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि त्रयोदशी का श्राद्ध मृत बच्चों के लिए भी उपयुक्त बताया गया है। दृक पंचांग के अनुसार, पितृ पक्ष 2023 में त्रयोदशी का श्राद्ध 12 अक्टूबर, गुरुवार को किया जाएगा। आइए जानते हैं त्रयोदशी श्राद्ध के लिए सही समय, तर्पण शुभ मुहूर्त और विधि।
त्रयोदशी श्राद्ध 2023 शुभ मुहूर्त
- त्रयोदशी श्राद्ध बृहस्पतिवार, अक्टूबर 12, 2023 को
- कुतुप मूहूर्त – 12:01 पी एम से 12:48 पी एम
- अवधि – 00 घण्टे 47 मिनट्स
- रौहिण मूहूर्त – 12:48 पी एम से 01:36 पी एम
- अवधि – 00 घण्टे 47 मिनट्स
- अपराह्न काल – 01:36 पी एम से 03:57 पी एम
- अवधि – 02 घण्टे 21 मिनट्स
- त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – अक्टूबर 11, 2023 को 05:37 पी एम बजे
- त्रयोदशी तिथि समाप्त – अक्टूबर 12, 2023 को 07:53 पी एम बजे
2023 त्रयोदशी श्राद्ध का महत्व
त्रयोदशी श्राद्ध तिथि को गुजरात में काकबली एवं बालभोलनी तेरस के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा इस श्राद्ध को तेरस श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है। पितृ पक्ष श्राद्ध पार्वण श्राद्ध होते हैं। इन श्राद्धों को सम्पन्न करने के लिए कुतुप, रौहिण आदि मुहूर्त शुभ मुहूर्त माने गये हैं। अपराह्न काल समाप्त होने तक श्राद्ध सम्बन्धी अनुष्ठान सम्पन्न कर लेने चाहिये। श्राद्ध के अन्त में तर्पण किया जाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।