Garuda Purana:धर्म शास्त्रों में 18 पुराणों का जिक्र मिलता है। उन्हीं में एक पुराण गरुड़ पुराण है। इसमें जीवन-मरण और उसके बाद की स्थिति के बारे में बताया गया है। इसके साथ ही इस धार्मिक ग्रंथ में आत्मा के बारे में भी बताया गया है। इसके अलावा गरुड़ पुराण में जीवन जीने की कला के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। इतना ही नहीं, गरुड़ पुराण में इस बात का भी बखूबी जिक्र किया गया है कि किन स्थानों पर मां लक्ष्मी नहीं आती हैं। गरुड़ पुराण में इस बात का स्पष्टता के साथ बताया गया है कि किस प्रकार के लोगों के पास धन की देवी लक्ष्मी नहीं टिकती हैं। आइए इस बारे में गरुड़ पुराण के अनुसार जानते हैं।
गरुड़ पुराण का श्लोक
गरुड़ पुराण में एक श्लोक का जिक्र किया गया है- “कुचैलिनं दन्तमलोपधारिणं ब्रह्वाशिनं निष्ठुरवाक्यभाषिणम्, सूर्योदये ह्यस्तमयेपि शायिनं विमुञ्चत” इस श्लोक का मोटा-मोटी अर्थ ये है- गंदे और मैले वस्त्र धारण करने वाले, दांत को साफ-सुथरा ना रखने वाले, अत्यधिक भोजन करने वाले, कड़वी वचन बोलने वाले और सूर्योदय या सूर्यास्त के बाद सोने वाले चाहे भगवान विष्णु ही क्यों हों, मां लक्ष्मी उन्हें भी त्याग देती है, तो ऐसी आदत रखने वाले सामान्य मनुष्य को त्यागने में मां लक्ष्मी को कितना समय लगेगा?
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ऐसे लोगों के घर कभी नहीं आती हैं मां लक्ष्मी
- दांतों की सफाई ना करने वाले- गरुड़ पुराण का उक्त श्लोक यह बताता है कि जो लोग कभी दांत को साफ नहीं रखते, जिनकी दांतों के बदबू आती है, ऐसे लोगों के पास मां लक्ष्मी पल भर भी नहीं टिकती हैं।
- गंदे वस्त्र धारण करने वाले- गरुड़ पुराण में जिक्र है कि जो लोग गंदे वस्त्र धारण करते हैं, उनके मां लक्ष्मी की कृपा पाना महज एक सपना होता है. ध्यान रहे कि मां लक्ष्मी स्वच्छता में ही निवास करती हैं।
- कड़वी वचन बोलने वाले- आमतौर पर भी जो लोग कड़वी वचन बोलते हैं, उनसे अन्य लोग मिलने से भी करताते हैं। ऐसे लोगों के संपर्क में कोई आना नहीं चाहता। वहीं जो लोग मधुर बोलने वाले होते हैं, उन्हें मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।