Daily Horoscope: 2 जुलाई 2025 को ग्रह-नक्षत्रों की चाल कुछ राशियों के लिए चुनौतियां लेकर आएगी। इस दिन षष्ठी तिथि सुबह 10:20 बजे तक रहेगी, जो छोटी-मोटी बाधाएं ला सकती है, इसके बाद सप्तमी तिथि शुरू होगी, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है। व्यतीपात योग शाम 5:19 बजे तक रहेगा, जो मानसिक तनाव और निर्णय में भ्रम पैदा कर सकता है, फिर वरीयान योग शुरू होगा, जो सकारात्मकता लाएगा। नक्षत्र में पूर्वाफाल्गुनी सुबह 8:54 बजे तक रहेगा, जो भौतिक सुखों से जुड़ा है, और इसके बाद उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र स्थिरता और कार्य सफलता का संकेत देगा।
करण में तैतिल सुबह 10:20 बजे तक, फिर गर रात 11:04 बजे तक, और इसके बाद वणिज करण व्यापार और संचार के लिए लाभकारी होगा। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा सिंह राशि में दोपहर 3:23 बजे तक रहेंगे, फिर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। जो लोगों को विश्लेषणात्मक और चिंतनशील बनाएंगे।। शुक्र वृषभ राशि में, सूर्य और बृहस्पति मिथुन राशि में, बुध कर्क राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में, और शनि मीन राशि में रहेंगे। आइए जानते हैं कि 2 जुलाई का दिन किन राशि वालों के लिए खराब रहेगा और इसको अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए यह दिन चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि मंगल और केतु का सिंह राशि में होना आपके पंचम भाव को प्रभावित करेगा, जो भावनात्मक अस्थिरता, बच्चों से संबंधित चिंता या रचनात्मक कार्यों में रुकावट ला सकता है। व्यतीपात योग के कारण सुबह के समय निर्णय लेने में गलती की संभावना है, जिससे जोखिम बढ़ सकता है। दोपहर 3:23 बजे के बाद चंद्रमा का कन्या राशि में गोचर छठे भाव में होगा, जो स्वास्थ्य समस्याएं, शत्रु या विवाद की स्थिति पैदा कर सकता है। इसके अलावा, सूर्य और बृहस्पति का मिथुन में होना तीसरे भाव में साहस और संचार में कुछ बाधाएं ला सकता है। जोखिम भरे निर्णयों और निवेश से बचें, स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, और क्रोध पर नियंत्रण रखें।
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए दिन मानसिक तनाव और कम्युनिकेशन में गलतफहमियों से भरा हो सकता है। बुध का कर्क राशि में होना और चंद्रमा का कन्या में गोचर तीसरे भाव को प्रभावित करेगा, जिससे भाई-बहनों से मतभेद, छोटी यात्राओं में रुकावट या कम्युनिकेशन में अड़चनें आ सकती हैं। व्यतीपात योग सुबह से शाम तक मानसिक भ्रम और चिंता बढ़ा सकता है। सूर्य और बृहस्पति का मिथुन में होना बारहवें भाव में खर्चों में वृद्धि या अनावश्यक नुकसान का कारण बन सकता है। शुक्र का वृषभ में होने के चलते आपको धन संबंधी मामलों में सावधानी बरतनी होगी। बोलचाल में संयम रखें, अनावश्यक खर्चों से बचें, और ट्रैवल प्लान को टाल दें।
उपाय: गणेश जी की पूजा करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह दिन मानसिक और शारीरिक तनाव लेकर आ सकता है। चंद्रमा का कन्या राशि में गोचर दोपहर 3:23 बजे के बाद 12वें भाव में होगा, जो स्वास्थ्य समस्याएं, अनावश्यक खर्चे या नींद में कमी ला सकता है। मंगल और केतु का सिंह राशि में होना 11वें भाव में मित्रों या सोशल रिलेशनशिप्स में तनाव का कारण बन सकता है। व्यतीपात योग के कारण सुबह के समय कार्यक्षेत्र में निर्णय लेने में भूल हो सकती है। हालांकि शुक्र का वृषभ में होना अच्छा है, लेकिन इसका प्रभाव आठवें भाव में गुप्त चिंताएं या परिवर्तन की स्थिति ला सकता है। मानसिक शांति के लिए ध्यान करें, अनावश्यक बहस से बचें, और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपाय: मां दुर्गा की पूजा करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए यह दिन रिश्तों और कार्यक्षेत्र में चुनौतियां ला सकता है। शनि का मीन राशि में होना पहले भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आत्मविश्वास में कमी या थकान महसूस हो सकती है। चंद्रमा का कन्या राशि में गोचर सातवें भाव में होगा, जो वैवाहिक जीवन या साझेदारी में तनाव पैदा कर सकता है। मंगल और केतु का सिंह राशि में होना छठे भाव में स्वास्थ्य समस्याएं या शत्रुओं से तनाव बढ़ा सकता है। व्यतीपात योग के कारण व्यापार या कार्य में बाधाएं आ सकती हैं। रिश्तों में धैर्य रखें, स्वास्थ्य का विशेष ध्यान दें, और जल्दबाजी में निर्णय न लें।
उपाय: शनि मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का जाप करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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