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अकाल मृत्यु वालों की आत्मा को कैसे मिलती है मुक्ति, गरुड़ पुराण में बताई गई हैं ये बातें

Garun Puran: गरुड़ पुराण में अकाल मृत्यु मरने वाले जातकों की आत्मा की शांति के लिए उपाय बताया गया है। तो आइए उन उपायों को जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Dec 13, 2023 21:21
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Garuda Purana
गरुड़ पुराण

Garun Puran: गरुड़ पुराण में जन्म से लेकर मृत्यु तक की सारी बातें बताई गई हैं। इस पुराण में व्यक्ति के मरने के बाद मुक्ति मिलती है या नहीं इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की अचानक मृत्यु होती है तो उसकी मुक्ति के लिए पूजा अर्चना की जाती है। पूजा-अर्चना करने के बाद ही मृत व्यक्ती की आत्मा को शांति मिलती है। तो आइए इस खबर में जानते हैं कि अकाल मृत्यु के बाद कौन सी पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी जातक की अचानक मृत्यु हो जाती है, जैसे- सड़क दुर्घटना या किसी बीमारी के कारण जब व्यक्ति आपना प्राण त्याग देता है, तो उसकी आत्मा भटकने लगती है। माना जाता है उस व्यक्ति की आत्मा को शांति नहीं मिलती है। आत्मा उस समय दुखदायी और कष्टदायी होती है। इस स्थिति में आत्मा की शांति के लिए नारायण बली पूजा के बारे में बताया गया है। माना जाता है कि अकाल मृत्यु मरने वालों के लिए नारायण बलि की पूजा करनी चाहिए। तो आइए नारायण बलि की पूजा के बारे में जानते हैं।

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नारायण बलि पूजा

गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो उसकी आत्मा भटकने लगती है। ऐसे में उस आत्मा को मुक्ति कराने के लिए नारायण बलि पूजा का अनुष्ठान करना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार, जब आत्मा को शांति नहीं मिलती है, तो आत्मा प्रेत योनी में चली जाती है। आत्मा को प्रेत योनी से मुक्त कराने के लिए नारायण पूजा का विधान होता है। माना जाता है कि इस पूजा के अंतर्गत आत्मा कर्मकांड से मुक्त हो जाती है।

नारायण बलि पूजा का विधान

गरुड़ पुराण के अनुसार, नारायण बलि की पूजा के लिए कोई तीर्थ स्थान सबसे उपयुक्त माना गया है। नारायण बलि की पूजा में तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश की निमित्त एक-एक पिंड बनाया जाता है। साथ ही पूजा में 5 उच्च वेद पाठी पंडितों द्वारा कराई जाती है। माना जाता है कि नारायण बलि की पूजा अलाक मृत्यु से मरने वाले के परिजन कराते हैं। इस पूजा से पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Dec 13, 2023 07:50 PM

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