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ज्योतिष

अमीर बना देगी कुत्तों की सेवा, ये अशुभ ग्रह भी देंगे शुभ फल

हिंदू धर्म में कुत्तों को भगवान भैरव का वाहन माना जाता है। इसके साथ ही कुत्तों की सेवा करने से सबसे क्रूर और अशुभ ग्रह राहु और केतु भी शुभ फल प्रदान करने लगते हैं। मान्यता है कि कुत्तों की सेवा व्यक्ति को अचानक आने वाले संकटों से बचाती है। इसके साथ ही अकस्मिक लाभ प्रदान करती है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Mohit Tiwari Updated: Aug 20, 2025 14:16
feeding dog
Credit- pexels

हिंदू धर्म में हर जीव में ईश्वर का अंश माना जाता है। इस कारण जीवों की सेवा को परम धर्म माना गया है। इसी प्रकार कुत्तों पर भी भगवान भैरव की कृपा रहती है। भैरव भगवान शिव का ही रौद्र स्वरूप माने जाते हैं। इसके साथ ही उन्हें काशी के कोतवाल भी कहा जाता है। कुत्ते भगवान भैरव की सवारी हैं। इस कारण कुत्ते से नकारात्मक शक्तियां आदि भी दूर रहती हैं।

कुत्तों की सेवा भगवान भैरव को प्रसन्न करने का सबसे सरल माध्यम है। इसके साथ ही कुत्तों की सेवा करने से कुछ अशुभ ग्रह भी शुभ फल देने लगते हैं। इसके साथ ही इनकी सेवा करने से अकस्मिक धनलाभ होता है।

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राहु और केतु देने लगते हैं शुभ फल

ज्योतिष शास्त्र में कुत्ते का संबंध मुख्य रूप से राहु और केतु ग्रहों से माना जाता है। ये दोनों छाया ग्रह हैं, जो कुंडली में कर्म, रहस्य और आध्यात्मिक विकास को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, कुत्ते को शनि और मंगल ग्रहों से भी जोड़ा जाता है। कुत्ते की सेवा करने से इन ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है। दरअसल राहु और केतु कुंडली में अचानक बदलाव, भ्रम, और मानसिक अशांति का कारण बन सकते हैं। ऐसे में कुत्ते की सेवा, जैसे उन्हें भोजन देना या उनकी देखभाल करना, इन ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है। ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि काले कुत्ते की सेवा विशेष रूप से राहु और केतु के दोषों को शांत करती है। काले कुत्ते को भोजन देना या उनकी देखभाल करना इन ग्रहों से संबंधित समस्याओं जैसे नकारात्मक ऊर्जा, डर, और अनिश्चितता को दूर करने में मदद करता है।

शनि का प्रभाव होता है बैलेंस

शनि ग्रह को न्याय और कर्म का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हो तो यह जीवन में कठिनाइयों और देरी का कारण बन सकता है। कुत्तों की सेवा, विशेष रूप से काले कुत्ते की देखभाल, शनि के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकती है। शनि को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन कुत्तों को तेल में तली हुई रोटी या मिठाई खिलाना शुभ माना जाता है।

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मंगल दोष का होता है निवारण

मंगल ग्रह ऊर्जा, साहस और क्रोध का प्रतीक है। कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति मंगल दोष का कारण बन सकती है, जो वैवाहिक जीवन और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
कुत्तों की सेवा, विशेष रूप से लाल या भूरे रंग के कुत्तों को भोजन देना, मंगल दोष को कम करने में मदद कर सकता है। मंगलवार के दिन कुत्तों को भोजन देना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।

बढ़ते हैं पुण्य

ज्योतिष शास्त्र में कर्मों का विशेष महत्व है। कुत्ते की सेवा करना एक निस्वार्थ कार्य है, जो पुण्य कर्मों को बढ़ाता है। यह कार्य आपके पिछले जन्मों के नकारात्मक कर्मों को संतुलित करने में मदद करता है। कुत्तों को भोजन देना, उनकी देखभाल करना, या आवारा कुत्तों को आश्रय देना आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। कुत्ते को संरक्षक माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, कुत्तों की सेवा करने से नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और तंत्र-मंत्र जैसे प्रभावों से सुरक्षा मिलती है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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First published on: Aug 20, 2025 02:16 PM

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