Manglik Dosha: ज्योतिष में मंगल दोष को एक खास स्थिति माना जाता है। ये दोष बनता है जब कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें, या बारहवें घर में होता है। इसे मांगलिक दोष कहते हैं, और इसके असर से शादीशुदा जिंदगी, हेल्थ, या करियर में परेशानियां आ सकती हैं।
मंगल ग्रह साहस, एनर्जी, और जुनून का प्रतीक है, लेकिन अगर ये कुंडली में गलत जगह पर हो, तो गुस्सा, तनाव, या रिश्तों में प्रॉब्लम्स ला सकता है। बृहत पराशर होरा शास्त्र में मंगल दोष के असर और इसके निवारण के लिए कई उपाय बताए गए हैं। ये उपाय मंगल की एनर्जी को पॉजिटिव बनाने और लाइफ में शांति लाने में हेल्प करते हैं। हालांकि कुछ अन्य शास्त्रों में भी कई ऐसे दैनिक उपाय बताए गए हैं, जो मंगल की नकारात्मक एनर्जी को कंट्रोल करके लाइफ में बैलेंस ला सकते हैं।
कौन होते हैं घोर और आंशिक मांगलिक?
जब मंगल अपनी पूर्ण शक्ति के साथ पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में हो और उसका प्रभाव किसी अन्य ग्रह या शुभ योग से कम न हो, तो इसे घोर मांगलिक कहा जाता है। इसके साथ ही अगर व्यक्ति लग्न और चंद्र कुंडली में मांगलिक हो तो भी व्यक्ति घोर मांगलिक होता है।
अगर मंगल इन भावों में हो पर उसपर शुभ ग्रह शुक्र या गुरु की दृष्टि हो या युति हो तो व्यक्ति आंशिक मांगलिक होता है। इसके साथ ही अगर लग्न में मांगलिक दोष हो पर चंद्र कुंडली में मांगलिक दोष न हो तो भी व्यक्ति आंशिक मांगलिक ही होता है।
डेली करें ये उपाय
हनुमान जी की पूजा मंगल ग्रह को कंट्रोल कर सकती है। इस कारण मांगलिक लोगों को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इसके लिए आसन लगाकर बैठें और हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने एक देसी घी का दीपक जलाएं और कम से कम 11 बार हनुमान चालीस का पाठ करें। अगर आप 11 बार नहीं कर सकते हैं तो 3 बार अवश्य करें। यह उपाय मंगल की नेगेटिव एनर्जी को शांत करता है।
इस मंत्र का करें जाप
स्कंद पुराण में मंगल मंत्र का जाप इसके दोष को कम करने के लिए प्रभावशाली बताया गया है। रोज सुबह सूर्योदय के समय लाल चंदन की माला से ‘ॐ अं अंगारकाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। ये मंत्र मंगल की नेगेटिव एनर्जी को बैलेंस करता है और कॉन्फिडेंस बढ़ाता है।
लाल चीजों का करें यूज
मंगल दोष को कम करने के लिए लाल चीजों का अधिक उपयोग करें। जैसे लाल रंग के कपड़े पहनें। इसके साथ ही लाल रुमाल अपने पास रखें। भगवान को लाल गुलाब, गुड़हल आदि लाल फूल अर्पित करें। यह उपाय ज्योतिष रत्नाकर में बताया गया है।
इन चीजों का करें दान
बृहत पराशर होरा शास्त्र में मंगल को शांत करने के लिए दान करना बताया गया है। मांगलिक लोग रोजाना, या कम से कम मंगलवार को, 250 ग्राम गुड़ और 250 ग्राम गेहूं गरीबों या मंदिर में दान करें। अगर रोजाना मुमकिन न हो, तो मंगलवार को जरूर करें। ये दान मंगल की नेगेटिविटी को कम करता है और पैसे की स्थिरता लाता है।
मंगल यंत्र की करें पूजा
नारद पुराण में मंगल यंत्र की पूजा को मंगल दोष निवारण के लिए अच्छा बताया गया है। मंगल यंत्र को अपने पूजा स्थान पर रखें। रोज सुबह इसे साफ करें, लाल चंदन और लाल फूल चढ़ाएं, और मंगल मंत्र का जाप करें। ये यंत्र मंगल की एनर्जी को बैलेंस करता है और शादीशुदा लाइफ में शांति लाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।