---विज्ञापन---

मनुष्य की 2 गलतियां भगवान भी नहीं करते माफ, जीवन का सबसे बड़ा होता है पाप

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य अपने जीवन में कुछ ऐसी गलतियां कर देता है, जो माफी के लायक नहीं होता है। यहां तक की भगवान भी उन्हें माफ नहीं करते हैं। तो आइए उन गलतियों को बारे में जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Nov 6, 2023 21:44
Share :
Chanakya Niti
Chanakya Niti

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के बारे में कौन नहीं जानता है। यह भारत के महान अर्थशास्त्री के रूप में माने जाते हैं। चाणक्य को कौटिल्य के नाम से भी जानते हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने प्रमुख ग्रंथ में राजनीति, अर्थशास्त्र और युद्धकला के सिद्धांतों को वर्णन किया है। इन ग्रंथों में राजा के कर्तव्य, राज्य के प्रबंधन, आर्थिक व्यवस्था और राजनीतिक युद्ध के नियमों के बारे में विवेचना की है। मान्यता है कि चाणक्य की नीति आज भी लोगों के काम आती है।

आचार्य चाणक्य अपनी नीति में व्यक्ति के जीवन के बारे में विस्तार से बताया है। जो जातक चाणक्य की नीतियों को अपने जीवन में पिरोता हैं, उनका जीवन सफल और सुखद हो जाता है। चाणक्य ने रिश्तों के बारे में बताया है। चाणक्य कहते हैं दोस्त, परिवार और समाज में सुख-शांति के लिए आपसी संबंध को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी होता है, लेकिन कुछ ऐसे भी कार्य होते हैं, जिन्हें करने से बड़ा पाप लगता है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि कौन से कार्य को जीवन का सबसे बड़ा पाप माना गया है। तो आइए विस्तार से जानते हैं।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें-  धनतेरस पर क्या है 13 संख्या का महत्व, जानें 13 अंक से जुड़े 3 सरल उपाय

मां-बाप का सम्मान करें

आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि मां-बाप के लिए उनके बच्चों की सफलता सबसे महत्वपूर्ण होती है। साथ ही वे हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे हमेशा खुशी से रहे। बच्चे अपने मां-बाप का नाम रोशन करें। बच्चों की खुशियों के लिए मां-बाप अपनी जिम्मेदारियों को निभाते भी हैं और उन्हें सही मार्ग पर चलने की राह दिखाते हैं। हर मां-बाप को अपने बच्चों से कई सारी अपेक्षाएं होती हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बड़े होकर संतान अपने मां-बाप का दिल दुखाती है। आचार्य चाणक्य कहते हैं, अपने मां-बाप का दिल दुखाना सबसे बड़ा पाप होता है। ऐसे पापों को भगवान भी माफ नहीं करते हैं।

---विज्ञापन---

शब्दों पर काबू रखें

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति के शब्द का अधिक महत्व होता है। शब्दों से ही पता चलता है कि वो दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करता है। अपशब्द और कठिन शब्दों का उपयोग करने से किसी का दिल दुख जाता है। ऐसे में चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को अपने शब्दों पर काबू रखना चाहिए और मधुर होना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। तभी वह अपना जीवन सुख से जी सकता है।

यह भी पढ़ें- हर मनुष्य के अंदर होती हैं कुछ अनोखी शक्तियां, जानने के बाद करें उचित तरीके से इस्तेमाल

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Edited By

Raghvendra Tiwari

First published on: Nov 06, 2023 08:58 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें