Bali Pratipada 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन यानी दिवाली के ठीक एक दिन बाद हिंदू धर्म में बलि प्रतिपदा मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बलि प्रतिपदा को दिवाली के पड़वा वाला दिन भी कहा जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल बलि प्रतिपदा 14 नवंबर दिन मंगलवार को है। मान्यता है कि इस दिन खासतौर पर दैत्य राज बलि की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दैत्यराज बलि की पूजा करने से भक्तों को राजा बलि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आज इस खबर में जानते हैं बलि प्रतिपदा का शुभ मुहूर्त और महत्व क्या है।
बलि प्रतिपदा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, बलि प्रतिपदा 14 नवंबर 2023 दिन मंगलवार को मनेगा। इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 43 मिनट से सुबह 8 बजकर 52 मिनट तक है। बात करें पूजा की अवधि की तो पूरे 2 घंटे 9 मिनट रहने वाली है। पंचांग के अनुसार, प्रतिपदा तिथि का आरंभ 13 नवंबर दिन सोमवार यानी आज दोपहर को 56 मिनट से होगा और इसकी समाप्ति 14 नवंबर दिन मंगलवार को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।
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जानें क्या है बलि प्रतिपदा पूजा का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राजा बलि एक उदार व्यक्ति थे। जिसके कारण राजा बलि को भगवान विष्णु द्वारा तीन दिनों तक पृथ्वी जाने की अनुमति थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब राजा बलि पृथ्वी की यात्रा करने के लगे उस दौरान वह अपने भक्तों को आशीर्वाद दिए और उनकी सारी इच्छाओं को पूरा किए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब राजा बलि की छवि को अपने घर के केंद्र में अपनी पत्नी की विंध्य वाली के साथ खींचा जाना चाहिए।
कहा जाता है कि इस बात का हमेशा याद रखना चाहिए कि राजा बलि की छवि पांच अलग-अलग रंगों से सजी होनी चाहिए। तब जाकर बलि के पांच रंगीन छवि पूजा की जाती है।
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