हिंदू वैदिक ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रह और 12 राशियां होती हैं। प्रत्येक राशि का कोई न कोई ग्रह स्वामी अवश्य होता है। जो भी राशि हमारी कुंडली के लग्न भाव यानी पहले भाव में होती है, उसके लग्न राशि कहते हैं। वहीं, जन्म के समय जिस राशि में चंद्रमा होता है, वह हमारी चंद्र राशि होती है। वैदिक शास्त्रों में रिलेशनशिप और दुश्मनी को ग्रहों, कर्मों, और राशियों के बेसिस पर समझाया गया है।
वैदिक ज्योतिष में राशियों को उनके स्वामी ग्रहों और तत्वों के बेसिस पर समझा जाता है। कुछ राशियां अपने तेज नेचर, स्मार्टनेस, या स्ट्रॉन्ग माइंड की वजह से शत्रु के रूप में टफ बन सकती हैं। हालांकि, कोई राशि पूरी तरह खराब नहीं होती। दुश्मनी का इफेक्ट कुंडली, ग्रहों की पोजीशन, और पर्सनल कर्मों पर भी डिपेंड करता है। कुछ राशि वालों से दुश्मनी काफी रिस्की मानी जाती है, आइए जानते हैं कि किन राशि वालों से दुश्मनी खतरनाक होती है।
मेष राशि
मेष राशि के स्वामी मंगल हैं। ‘बृहत् पराशर होरा शास्त्र के अध्याय 3’ में मंगल को आग का तत्व और जंग का प्रतीक माना गया है। इस कारण इस राशि के लोग गुस्सैल, साहसी, और अग्रेसिव होते हैं। मेष के लोग डायरेक्ट फाइट पसंद करते हैं और अपनी बात मनवाने के लिए किसी भी लेवल तक जा सकते हैं। इनका गुस्सा और जल्दबाजी इन्हें शत्रु के रूप में खतरनाक बनाती है। ये लोग डरते नहीं हैं और फटाफट रिएक्शन देते हैं, जिससे इनके सामने टिकना मुश्किल हो सकता है। इनका आग का तत्व इन्हें जोशीला और लीडर टाइप बनाता है, लेकिन इनसे दुश्मनी पर्सन को बहुत महंगी पड़ती है। ये अपने दुश्मन को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश करते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं, जो दिमाग, बातचीत, और कम्युनिकेशन के ग्रह हैं। मिथुन राशि के लोग स्मार्ट, चैटबॉक्स, और प्लैनर होते हैं। ये लोग अपनी बातों और दिमाग से शत्रु को कन्फ्यूज कर सकते हैं। इनका नेचर और हवा का तत्व इन्हें अनप्रेडिक्टेबल बनाता है। ये लोग दुश्मनी में अपनी बातों से जाल बुनते हैं और सामने वाले को कमजोर कर देते हैं। ‘जातक पारिजात’ में बुध को स्मार्टनेस और ट्रिक्स का प्रतीक माना गया है।
कर्क राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा होते हैं। वैसे तो कर्क राशि वाले इमोशनल होते हैं और जल्दी दुश्मनी नहीं करते। लेकिन, अगर इनका कोई दुश्मन बन जाए तो ये उससे स्मार्टनेस से बदला लेते हैं। इनका इमोशनल दिमाग और पानी का तत्व इन्हें अनप्रेडिक्टेबल बनाता है। ये लोग अपने इमोशन्स को हथियार की तरह यूज़ करते हैं और शत्रु को कन्फ्यूज कर सकते हैं। इसके साथ ही उसको जड़ से मिटाने का भी पावर रखते हैं। ‘बृहत् संहिता’ में चंद्रमा को मन का कंट्रोलर बताया गया, जो कर्क को इमोशनल लेकिन स्मार्ट बनाता है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं। वृश्चिक के लोग डीप, मिस्टीरियस, और बहुत स्मार्ट होते हैं। उनकी नजरें हर चीज़ को स्कैन कर सकती हैं, और वे दूसरों की कमजोरियां जल्दी पकड़ लेते हैं। अगर इन्हें धोखा मिले या इंसल्ट हो, तो ये धैर्य के साथ बदला लेने का प्लान बनाते हैं। उनकी स्मार्टनेस, तेज़ दिमाग, और स्ट्रॉन्ग विलपावर इन्हें शत्रु के रूप में खतरनाक बनाती है। ये लोग कभी अपनी प्लैनिंग जाहिर नहीं करते, लेकिन सही टाइम पर एकदम सटीक वार करते हैं। इनका पानी का तत्व और मंगल का इफेक्ट इन्हें इमोशनल लेकिन प्लैनर बनाता है।
मकर राशि
मकर राशि के स्वामी शनि हैं, जो स्लो लेकिन पावरफुल और कर्मों का हिसाब करने वाला ग्रह है। मकर के लोग धैर्यवान, एम्बिशियस, और स्मार्ट होते हैं। ये लोग लंबा प्लान बनाकर अपने शत्रु को हराते हैं और अपनी फीलिंग्स छिपाकर रखते हैं। इनकी कूल और कैलकुलेटिंग थिंकिंग इन्हें खतरनाक बनाती है। मकर के लोग मिट्टी के तत्व की वजह से स्टेबल और प्रैक्टिकल होते हैं, लेकिन दुश्मनी में ये मौके का वेट करते हैं और सटीक अटैक करते हैं। ‘याज्ञवल्क्य स्मृति’ में शनि को कर्मों का जज बताया गया है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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