Aaj Ka Panchang 4 February 2025: आज 4 फरवरी, 2025 को माघ माह का 22वां दिन है और आज इस माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 10 घंटे 55 मिनट 23 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 13 घंटे 03 मिनट 59 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह शिशिर ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण होकर गोचर कर रहे हैं।
आज रथ सप्तमी व्रत के साथ नर्मदा नदी की जयंती और माघ गुप्त नवरात्रि का सातवां दिन है। आइए जानते हैं, 4 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं और आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल क्या है?
आज का पंचांग
तिथि: आज 4 फरवरी, 2025 को पूरे दिन सप्तमी तिथि है, जो 5 फरवरी को 02:30 AM बजे समाप्त होगी और इसके बाद अष्टमी तिथि की शुरुआत हो जाएगी। आज रथ सप्तमी व्रत का शुभ संयोग सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग के साथ हो रहा है। सप्तमी तिथि को अधिकांश कार्यों के लिए शुभ माना जाता है, इसलिए यह शुभ मुहूर्तों में सम्मिलित है।
नक्षत्र: आज 4 फरवरी को रात के 09:49 PM तक अश्विनी नक्षत्र का योग है। इसके बाद भरणी नक्षत्र शुरू होगा। अश्विनी नक्षत्र को अधिकांश शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना गया है, लेकिन भरणी नक्षत्र एक अशुभ नक्षत्र है।
दिन/वार: आज दिन मंगलवार है, जो बजरंग बली हनुमान की आराधना का एक उत्तम दिन माना गया है। साथ ही आज का दिन नवग्रहों में ग्रहों के सेनापति मंगलदेव को समर्पित है।
योग: आज पूरे दिन शुभ योग का प्रभाव रहेगा, जो 5 फरवरी की 12:06 AM बजे तक कायम रहेगी। इसके बाद शुक्ल योग आरंभ हो जाएगा। ये दोनों योग शुभ और शुक्ल अधिकांश शुभ कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं।
करण: आज दिन में 03:32 PM बजे तक गर करण का प्रभाव रहेगा, जबकि 5 फरवरी की 02:30 AM वणिज करण प्रभावी रहेगी। बता दें कि गर और वणिज दोनों ही शुभ करण माने गए हैं।
सूर्य-चंद्र गोचर
आज के पंचाग के उपर्युक्त इन 5 अंगों के साथ ही आज सूर्य और चंद्र गोचर की स्थिति इस प्रकार रहने योग हैं:
सूर्य गोचर: सूर्य मकर राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनि ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।
चन्द्र गोचर: आज चंद्रमा मेष राशि में गोचर कर रहे हैं, जो मंगल ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।
शुभ-अशुभ काल
आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:23 AM से 06:15 AM
प्रातः सन्ध्या: 05:49 AM से 07:08 AM
अभिजित मुहूर्त: 12:13 PM से 12:57 PM
विजय मुहूर्त: 02:24 PM से 03:08 PM
गोधूलि मुहूर्त: 06:00 PM से 06:27 PM
सायाह्न सन्ध्या: 06:03 PM से 07:21 PM
अमृत काल: 03:03 PM से 04:34 PM
निशिता मुहूर्त: 12:09 AM, फरवरी 05 से 01:01 AM, फरवरी 05
सर्वार्थ सिद्धि योग: 07:08 AM से 09:49 PM
अमृत सिद्धि योग: 07:08 AM से 09:49 PM
आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
राहुकाल: आज राहु काल दोपहर बाद 03:19 PM से 04:41 PM रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।
यमगण्ड: 09:51 AM से 11:13 AM
दुर्मुहूर्त काल: 09:19 AM से 10:02 AM और 11:16 PM से 12:09 AM, फरवरी 05
गुलिक काल: 12:35 PM से 01:57 PM
विष घटी/वर्ज्य: 06:04 PM से 07:34 PM और और 06:55 AM, फरवरी 05 से 08:26 AM, फरवरी 05
भद्रा काल: 02:30 AM, फरवरी 05 से 07:07 AM, फरवरी 05
गण्ड मूल: 07:08 AM से 09:49 PM
मधुसर्पिष काल/योग: 07:08 AM से 09:49 PM
01 फरवरी 2025 के पर्व और त्योहार
आज भगवान सूर्य की पूजा और व्रत का दिन है, जिसे रथ सप्तमी कहते हैं। साथ ही आज मध्य और पश्चिम भारत की पवित्र नदी नर्मदा की जयंती है और माघ गुप्त नवरात्रि का सातवां दिन भी है। दश महाविद्याओं में से गुप्त नवरात्रि के सातवें दिन मां बगलामुखी की आराधना की जाती है, जबकि सामान्य रूप से सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। यह नवरात्रि 7 फरवरी 2025 तक चलेगी। यह विशेष रूप से तंत्र साधना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
मंगलवार का व्रत: मंगलवार के दिन बजरंग बली महावीर हनुमान जी की आराधना की जाती है और नवग्रहों के सेनापति माने गए मंगलदेव की पूजा करने का विधान है। आज मंगल ग्रह को मजबूत करने के उपाय भी किए जाते हैं।
आज की यात्रा टिप्स: आज उत्तर दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर आज इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।
पंचांग का महत्व
हिंदू धर्म में पंचांग एक अनूठी चीज है, जो न सिर्फ समय को मापता है, बल्कि हर शुभ कार्य की नींव रखने में मार्गदर्शन भी करता है। यह वार, तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त का अनोखा संगम है, जो हमें सही समय पर सही कदम उठाने की प्रेरणा देता है। चाहे विवाह हो, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन या फिर नए व्यापार की शुरुआत, पंचांग के बिना कोई भी मांगलिक कार्य अधूरा माना जाता है।
मान्यता है कि पंचांग के अनुसार चुने गए शुभ मुहूर्त में किया गया कार्य न सिर्फ सफल होता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार भी करता है। यह एक तरह से ब्रह्मांड की सकारात्मक ऊर्जा को अपने पक्ष में करने का विज्ञान है। सही समय पर किया गया छोटा-सा प्रयास भी बड़े परिणाम ला सकता है। इसलिए, पंचांग सिर्फ एक कैलेंडर नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाला एक पवित्र ग्रंथ है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।