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Geert Wilders कौन हैं, जिन्होंने किया था नुपूर शर्मा का समर्थन, जो बन सकते हैं नीदरलैंड के प्रधानमंत्री

Who Is Geert Wilders: एग्जिट पोल के अनुसार, दक्षिणपंथी नेता Geert Wilders नीदरलैंड के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वाइलडर्स की पार्टी फॉर फ्रीडम (PVV) आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है।

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Nov 23, 2023 16:31
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Geert Wilders
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Geert Wilders Would Be Netherlands Prime Minister: अर्जेंटीना के बाद नीदरलैंड को नया प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है। वहीं एग्जिट पोल के अनुसार, दक्षिणपंथी नेता Geert Wilders नीदरलैंड के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वाइलडर्स की पार्टी फॉर फ्रीडम (PVV) आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। पार्टी को 150 में से 50 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। इसके बाद लेबर-ग्रीन गठबंधन 25 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। पार्टी फॉर फ्रीडम (PVV) को 2021 के चुनाव में 16 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार पार्टी बहुमत से जीत सकती है और Wilders देश के नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषक इस बढ़त की वजह चुनाव प्रचार में जमकर इस्लाम और यूरोपीय संघ के विरोध में दिए गए बयान बता रहे हैं।

 

इस्लाम और यूरोपियन संघ विरोधी Geert Wilders

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Geert Wilders ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने वाली भाजपा नेता नूपुर शर्मा का समर्थन भी किया था, जिस वजह से उनकी आलोचना भी हुई थी। उन्होंने हिजाब पहनने को गैर-कानूनी घोषित करने, मस्जिदों को बंद करने और कुरान पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन किया था। वे इस्लाम के साथ-साथ यूरोपीय संघ का भी विरोध करते रहे हैं। वहीं नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि मैं भारत से एक अपील करूंगा। भारत कट्टरपंथी मुसलमान देशों के दबाव में न आएं। यह चौंकाने वाली बात है कि अरब और इस्लामिक देश नूपुर शर्मा के बयान पर भड़के हैं, जबकि उन्होंने पैगंबर के बारे में सही बोला था। ट्वीट करके उन्होंने भारत की मोदी सरकार से डिफेंसिव मोड में नहीं आने की अपील भी की थी।

रोमन कैथोलिक परिवार में जन्मे Geert Wilders

Geert Wilders नीदरलैंड के छोटे से कस्बे वीनलो में 1963 में रोमन कैथोलिक परिवार में जन्मे थे। पिता प्रिंटिंग कंपनी में मैनेजर थे। मां हाउसवाइफ थीं। ओपन यूनिवर्सिटी से लॉ किया। हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में भी काम किया। वह 2 साल इजरायल में रहे। अरब देश घूमे। उन्हें कट्टरपंथी विचारों के लिए जाना जाता है। 1997 में उन्होंने राजनीति में एंट्री करते हुए लिबरल पीपल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी जॉइन की और काउंसिल के मेंबर चुने गए। वह 1998 में पहली बार नीदरलैंड्स के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स मेंबर बने, लेकिन इस्लाम और यूरोपीय संघ के खिलाफ विचारों की वजह से वे अलग हो गए। 2004 में तुर्की को यूरोपीय संघ में शामिल करने की बात पर पार्टी से उनका विवाद हुआ। 2006 में उन्होंने अपनी अलग पार्टी पार्टी फॉर फ्रीडम (PVV) बना ली और संसदीय चुनाव में पार्टी ने 9 सीटें जीतकर उपस्थिति दर्ज कराई।

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विवादों से Geert Wilders का नाता

Geert Wilders की राजनीति और कैंपेन इस्लाम विरोधी रहे हैं। वह यूरोपीयन संघ के विरोधी हैं। इमीग्रेशन के खिलाफ हैं। उनको नीदरलैंड का डोनाल्ड ट्रंप कहा जाता है। नीदरलैंड की वर्तमान सरकार पर वह देश का इस्लामीकरण करने का आरोप लगाते रहे हैं। वे पवित्र कुरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने 2012 में ‘मार्क्ड फॉर डेथ: इस्लाम्स वॉर अगेंस्ट द वेस्ट एंड मी’ नामक किताब लिखी। उनका कहना हैकि वे मुस्लिमों से नहीं, बल्कि उनकी किताब और उनकी विचारधारा से नफरत करते हैं। Geert 2008 में फितना नामक फिल्म बना चुके हैं। इसमें आतंकी घटनाओं को कुरान से जोड़ा गया था, जिस पर विवाद भी हुआ था। Geert के खिलाफ कोर्ट केस भी चल रहा है। 2009 में ब्रिटेन ने उनकी एंट्री बैन कर दी थी। 2014 में एक बार फिर Geert पर नफरत फैलाने का आरोप लगा और केस चला।

First published on: Nov 23, 2023 03:54 PM

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