World Latest News: यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे देशों पर लगाए गए टैरिफ को लेकर रविवार को बड़ा बयान जारी किया है। ट्रंप ने कहा कि हो सकता है कि अमेरिका में मौजूद कुछ लोगों को अपने व्यापारिक साझेदारों पर लगाए गए टैरिफ को लेकर चोट महसूस हो, लेकिन उनका फैसला अमेरिकी हितों की सुरक्षा के लिए जरूरी था। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि कुछ दर्द हो सकता है और शायद नहीं भी। वे इलीगल इमिग्रेशन और ड्रग ट्रैफिकिंग को लेकर चिंतित हैं। कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने की फाइल पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
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डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको और चीन जैसे देशों के खिलाफ कुछ दिन पहले ही आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लागू करने के आदेश जारी किए थे। उन्होंने कहा था कि पड़ोसी देश कनाडा और मेक्सिको अमेरिका की सीमा पार करने वाले अवैध प्रवासियों और फेंटेनाइल पर रोक लगाने में नाकाम रहे हैं। ट्रंप ने 3 अलग-अलग कार्यकारी आदेशों पर सिग्नेचर किए थे। आदेशों के बाद माना जा रहा है कि अब एक नए व्यापार युद्ध का जोखिम शुरू हो चुका है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने कहा था कि हमें अमेरिकियों की रक्षा करने की जरूरत है। राष्ट्रपति होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वे सबकी सुरक्षा करें।
ओटावा पर 10 फीसदी टैरिफ लागू
अपने चुनावी अभियान में मैंने घोषणा की थी कि अवैध प्रवासियों और ड्रग्स को सीमाओं के अंदर आने से रोकेंगे। अमेरिका के लोगों ने इसके पक्ष में वोटिंग की है। टैरिफ लगाते समय ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम का भी हवाला दिया था। व्हाइट हाउस ने कहा था कि अवैध विदेशियों और नशीले पदार्थों से यूएस को असाधारण खतरा है, यह राष्ट्रीय आपातकाल के समान है। ओटावा से आने वाले ऊर्जा संसाधनों पर भी 10 फीसदी टैरिफ लगाने के आदेश दिए गए थे, जो मंगलवार से लागू होंगे।
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ट्रंप ने कनाडा को फिर से अमेरिका का हिस्सा बनने का भी ऑफर दिया था। यूएस ने दावा किया था कि वह कनाडा को सब्सिडी देने के लिए सैकड़ों अरब डॉलर का भुगतान करता है। इसलिए कनाडा को हमारा 51वां राज्य बन जाना चाहिए। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो ने कनाडा में 2024 में उनका 55 बिलियन डॉलर (48 हजार करोड़) का घाटा होने की बात कही है।