US Fighter Jet Strikes On Iran Linked weapons storage facility In Syria 9 Killed: अमेरिका ने बुधवार को सीरिया में ईरान समर्थित आतंकी समूहों और उनके हथियारों के गोदाम पर हवाई हमले किए। इस हमले में 9 लोगों के मारे की जाने की खबर है, हालांकि अभी तक पुष्टि नहीं की गई है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने 15 दिन के भीतर दूसरी बार सीरिया की किसी जगह को निशाना बनाया है। पेंटागन ने इसे सेल्फ डिफेंस की कार्रवाई बताया है। हवाई हमले का ऐलान करते हुए बताया कि दो अमेरिकी एफ-15 लड़ाकू विमानों ने पूर्वी सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) और आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार गोदाम पर हवाई हमला किया।
अमेरिकी हमला ठीक उसी समय किया गया, जब ईरान समर्थित हौथी बलों ने यमन के तट पर एक मानवरहित अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को मार गिराया। यूएस सेंट्रल कमांड घटना की जांच कर रहा है।
US carries out airstrikes in eastern Syria targeting weapons storage facility used by Iran and affiliated groups.https://t.co/GitFyNKzZv
— CNN Breaking News (@cnnbrk) November 8, 2023
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हम अपने हितों की रक्षा करेंगे
रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन ने कहा कि ये हवाई हमले स्पष्ट संदेश है कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी, अपने कर्मियों और अपने हितों की रक्षा करेगा। हम किसी भी तनाव को बढ़ाने के खिलाफ हैं। अमेरिका अपने लोगों और हमारी सुविधाओं की सुरक्षा के लिए और आवश्यक कदम उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
26 अक्टूबर को भी अमेरिका ने किया था हमला
यह दूसरा अमेरिकी हमला है। इससे पहले 26 अक्टूबर को एक यूएस एफ-15 और दो एफ-16 ने पूर्वी सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया से जुड़ी दो फैशिलिटी पर हमला करने के लिए सटीक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया। 26 अक्टूबर को अमेरिकी हमले से पहले हुए हमलों में 40 से अधिक सैनिकों को मामूली चोटें आईं, जिनमें कम से कम 20 के सिर पर गंभीर चोटें लगी थीं। अमेरिका का आरोप है कि इराक और सीरिया में अमेरिकी बलों पर आतंकियों द्वारा लगभग रोजाना हमले हो रहे हैं।
अमेरिकी सेना को 41 बार झेलना पड़ा हमले
17 अक्टूबर के बाद से अमेरिका और गठबंधन सेनाओं को कम से कम 41 बार एकतरफा हमले वाले ड्रोन या रॉकेट हमलों द्वारा निशाना बनाया गया है। नवीनतम सीरिया के शादादी में अमेरिका और गठबंधन बलों पर एक मल्टी रॉकेट हमला है। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, बुधवार के हमले में कोई हताहत नहीं हुआ या बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं हुआ।
अमेरिकी सेना पर क्यों बढ़ रहे हमले?
सीएनएन के अनुसार, ईरान समर्थित समूह मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना पर अपने हमले बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि वह 7 अक्टूबर को हमास के क्रूर हमले के मद्देनजर इजरायल के अमेरिकी समर्थन के लिए क्षेत्र में प्रतिक्रिया का लाभ उठाना चाहता है।
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