अमेरिका और चीन में व्यापार घाटा कम करने को लेकर डील फाइनल हो गई है। अमेरिका ने बयान देकर कहा कि हमने एक समझौता किया है। जिससे अमेरिका को अपना व्यापार घाटा कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने समझौते पर ज्यादा कुछ जानकारी नहीं दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा? यह बयान अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने दिया है।
ट्रेड डेफिसिट पर बनी बात
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि डील को लेकर तमाम जानकारी आज शेयर की जाएगी। इस बैठक में चीन के डिप्टी पीएम और दो चीनी उप मंत्रियों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान दोनों पक्षों ने टैरिफ घटाने की किसी योजना का जिक्र नहीं किया। अमेरिकी अधिकारियों ने दो दिन की वार्ता को एक एग्रीमेंट बताया है जो कि अमेरिका के 1.2 ट्रिलियन डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने में मदद करेगा।
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टैरिफ को लेकर क्या बातचीत हुई?
बता दें यह बैठक जिनेवा में हुई। ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद चीन के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच यह पहली बार आमने-सामने की बैठक थी। ट्रंप ने अब तक के अपने कार्यकाल में चीन पर भारी और कड़े टैरिफ लगाए हैं। ऐसे में दोनों देशों का व्यापार पूरी तरह ठप है। गौरतलब है कि चीन पहले से ही अमेरिका से टैरिफ कम करने की मांग कर रहा है।
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को संकेत दिया कि चीन पर टैरिफ 145 प्रतिशत से घटाकर 80 प्रतिशत या उसके आसपास किया जा सकता है। ऐसे में लग रहा है कि फिलहाल ट्रंप चीन को बख्शने के मूड में नहीं है। अब देखना यह है कि चीन इस मुद्दे पर कैसे आगे बढ़ता है?
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