ब्रिटेन: नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता अब साफ हो गया है। ब्रिटेन HC ने बुधवार को नीरव द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें उसने अपने प्रत्यर्पण पर रोक लगाने का आग्रह किया था। कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट करते हुए कहा कि याची का प्रत्यर्पण किसी भी नजरिए से अन्यायपूर्ण या दमनकारी नहीं होगा। इस आदेश के बाद भारतीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। अब जल्द ही नीरव के भारत लाए जाने की उम्मीद जगी है।
#Breaking: नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता साफ, ब्रिटेन हाई कोर्ट ने खारिज की याचिका #NiravModi pic.twitter.com/5oGdpu3E95
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इससे पहले इस मामले में जस्टिस रॉबर्ट जे ने कहा था कि भारत के ब्रिटेन के साथ अच्छे संबंध हैं और उन्हें 1992 India-UK Extradition Treaty का सम्मान करना जरूरी है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सुसाइड का खतरा बताना प्रत्यर्पण के खिलाफ आधार नहीं बन सकता है।
नीरव ने यह कहा
कोर्ट में नीरव के वकील ने तर्क रखा था कि याची डिप्रेशन में है और भारत के जेल में जैसी स्थिति है वहां पर वो सुसाइड भी कर सकता है। भारत सरकार की तरफ से पेश वकील ने कहा था कि ये काफी संवेदनशील और हाई प्रोफाइल मामला है। ऐसे में नीरव मोदी का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
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यह है पूरा मामला
बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की ऋण धोखाधड़ी करने का आरोप है। आरोपों के अनुसार नीरव मोदी ने तीन कंपनियों, उसके अधिकारियों और पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी की थी। नीरज ने पीएनबी की भारत में बार्टी हाउस शाखा के अधिकारियों के साथ मिलकर 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक फर्जी ऋणपत्रों के माध्यम से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
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