Turkey Syria Earthquake Updates: तुर्की सीरिया में सोमवार सुबह आए भूकंप से अब तक 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस आंकड़े के बढ़ने की पूरी आशंका है। रेक्स्यू टीमों ने लगातार तीसरे दिन बचाव अभियान चला रही है। भारत समेत अन्य देशों और संगठनों की टीम मलबों में जिंदगियां तलाशने में जुटी हैं।
तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओकटे ने कहा कि भूकंप से 34,810 लोग घायल हुए हैं। बता दें कि सोमवार तड़के तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता का भारी भूकंप आया, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। कई बिल्डिंग जमींदोज हो गईं। इनमें कई अस्पताल भी शामिल हैं। बिल्डिंगों को धराशाई होने से हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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भारतीय वायु सेना का दूसरा विमान भी तुर्की पहुंचा
तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत की ओर से मदद के हाथ बढ़े हैं। भारत की ओर से भेजी गई टीम घटनास्थल पर राहत और बचाव में जुटी है। भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल को 45 सदस्यीय चिकित्सा दल के साथ 30 बिस्तरों वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए तुर्की भेजा गया है। इस टीम में विशेषज्ञ और सर्जन शामिल हैं।
36 देशों से रेस्क्यू टीम तुर्की और सीरिया में मौजूद
वहीं, तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए तीन घातक भूकंपों के बाद 76 देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 36 देशों से 3,319 खोज और बचाव कर्मी तुर्की पहुंचे हैं। वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन को 19 देशों के शीर्ष नेताओं से फोन कॉल भी आए हैं। इन्होंने तुर्की को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
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भूकंप के बाद मलबे के नीचे पैदा हुआ बच्चा
सीरिया में एक बड़े भूकंप के बाद ढह गई इमारतों के मलबे के नीचे एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। हालांकि नवजात के माता-पिता को नहीं बचाया जा सका। फिलहाल, नवजात और उसके परिवार के बारे में बहुत कम जानकारी मिली है।
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इस भीषण भूकंप से करीब 2.3 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के सीनियर इमरजेंसी अधिकारी एडेलहेड मार्सचांग ने कहा कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
भूकंप से तुर्की में ऐतिहासिक इमारतें तबाह
भूकंप के बाद तुर्की की ऐतिहासिक इमारतें पूरी तरह तबाह हो चुकीं हैं। तुर्की के मालाटया शहर में स्थित ऐतिहासिक येनी कैमी (Yeni Camii) मस्जिद खंडहर में तब्दील हो गई है। बताया जा रहा है कि ये मस्जिद 100 साल से अधिक पुरानी थी।
सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया
भूकंप के बाद तुर्की के राष्ट्रपति ने अगले सात दिन तक राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इसके अलावा 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान किया गया है। भूकंप से प्रभावित यानी बेघर हो चुके लोगों के लिए देश की सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया गया है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने कहा है कि ये तुर्की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी आपदा है।