Pakistan News: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ट्रेन क्यों हाईजैक की? बलूच के विद्रोही लड़ाकों ने 200 सैनिकों को बंधक क्यों बनाया है? इसकी जानकारी सामने आ गई है। बलूच लिबरेशन आर्मी की ओर से कहा गया है कि उन्होंने ट्रेन में सवार आम लोगों को रिहा कर दिया है और वे सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएंगे। ऐसी जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है, लेकिन बलूच के विद्रोही लड़ाकों का कहना है कि वे पाकिस्तान आर्मी और ISI के 200 सैनिकों को नहीं छोड़ेंगे।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने साफकहा है कि अगर पाकिस्तानी सेना और सरकार ने उन्हें छुड़वाने की कोशिश की तो बुरा अंजाम भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ मांगें हैं, जिन्हें अगर पाकिस्तान की सरकार मान ले तो बंधकों की जान बच सकती है। वे ट्रेन को सुरक्षित उनके गंतव्य की ओर रवाना कर देंगे, लेकिन अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वे सभी सैनिकों को मार देंगे और उनकी लाश से भरी ट्रेन पाकिस्तान की सरकार को मिलेगी।
पाकिस्तान बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का सिर्फ दोहन कर रहा था , बलोच के लोगो की जरूरत का ध्यान कभी नहीं दिया
---विज्ञापन---ना बेसिक शिक्षा है ना हॉस्पिटल ना सड़के है बलोच नर्क की जिंदगी जी रहे थे अब बलोच अपने अधिकार अपने लिए लड़ रहा #TrainHijack #Balochistan
pic.twitter.com/nY7EWauT6S— Ramesh Tiwari (@rameshofficial0) March 11, 2025
क्या है बलूच लिबरेशन आर्मी की मांग?
सूत्रों के अनुसार, बलूच लिबरेशन आर्मी ने मांग की है कि पाकिस्तान सरकार बलूच के राजनीतिक कैदियों, जबरन उठाए गए बलूच लोगों और कार्यकर्ताओं को रिहा कर दे और वह भी बिना किसी शर्त के। अगर इस मांग को पूरा नहीं किया गया तो वे बंधक बनाए गए सभी 200 जवानों की हत्या कर देंगे। अगर इस मांग को माना नहीं गया तो पाकिस्तान को खतरनाक अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं। मांग पूरी करने के लिए बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का समय दिया है।
Balochistan is not a part of Pakistan…hence proved.#TrainHijack pic.twitter.com/bGVy9DVhHd
— Dr. Sujin Eswarॐ🇮🇳 (@DrSujin_) March 11, 2025
500 लोगों से भरी ट्रेन की गई हाइजैक
बता दें कि बलूच लिबरेशन आर्मी के करीब 400 हमलावरों ने बोलान इलाके में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक किया है। ट्रेन एक सुरंग के अंदर खड़ी है। ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी, जब इसे हाईजैक किया गया। इस ट्रेन में पाकिस्तानी सेना और ISI जवानों समेत करीब 500 लोग सवार थे। हालांकि लड़ाकों का कहना है कि उन्होंने आम नागरिकों का छोड़ दिया है, लेकिन सैनिकों को वे मांग पूरी होने तक नहीं छोड़ेंगे। बलूच लड़ाकों ने 30 जवानों की हत्या किए जाने का दावा किया है।