Sri Lanka Festival: श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 280 किलोमीटर दूर दक्षिणी इलाके कटारगामा में हिंदू धार्मिक उत्सव के दौरान एक हाथी बेकाबू हो गया। जिसके कारण लोगों के बीच भगदड़ मच गई। भगदड़ में 13 यात्री घायल हो गए। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें लोग भागते दिख रहे हैं। चीख पुकार मची हुई है। वीडियो में महावत हाथी को कंट्रोल करने के लिए उसकी पूंछ को खींचता दिख रहा है। उत्सव के दौरान जुलूस निकाला जा रहा था। अचानक एक हाथी घबरा गया और इधर-उधर दौड़ने लगा। लोग भी उसे देख घबरा गए। पुलिस ने बताया कि हाथियों की परेड निकाली जा रही थी। अचानक हाथी कंट्रोल से बाहर हो गया।
A baby elephant that was traveling in the Esala Perahera of the historic Ruhunu Kataragama Maha Temple has died.
Last night, 10 people were injured in Kataragama when a wild elephant attacked during the Ruhunu Kataragama procession. 🐘 #SriLanka #Kataragama #Perehara #LKA pic.twitter.com/baRTrgYoP1---विज्ञापन---— Sumalee Singhey (@SumaleeSinghey) July 7, 2024
काफी देर बाद काबू में आया हाथी
महावत ने उसे कंट्रोल करने की कोशिश की। लेकिन काफी देर तक हाथी नियंत्रण से बाहर रहा। लाल, सुनहरे और नीले वस्त्रों से सजे हाथी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस के अनुसार 13 लोगों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जिनको उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बता दें कि श्रीलंका में हाथियों को पवित्र माने जाने के बाद भी पशु क्रूरता कानून लागू नहीं किया गया है। पशु अधिकार समूह भी मंदिरों में हाथियों की परेड निकालने का विरोध करते रहे हैं।
कई ऐसे हादसे पहले भी सामने आ चुके हैं, जब संगीत या भीड़ के कारण हाथी बेकाबू हुए हों। 2023 में कैंडी में एक उत्सव के दौरान 5 हाथी बेकाबू हो गए थे। जिनसे बचने के लिए लोग झील में कूद गए थे। 2019 में कोलंबो के एक मंदिर में उत्सव के दौरान हाथी बेकाबू हो गया था। जिससे 17 लोग चोटिल हुए थे। द्वीप देश में फिलहाल 200 पालतू हाथी हैं। वहीं, जंगली हाथियों की तादाद 7500 है। जंगली हाथियों को पकड़ना यहां बैन है। वहीं, बेबी ऐलीफेंट चुराने के मामले भी श्रीलंका में बढ़े हैं। शिकारी उनकी माताओं को मार देने के बाद इनको चुरा ले जाते हैं।
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