Britain Latest News : इंग्लैड के बर्मिंघम में चश्मा बनाने वाली कंपनी स्पेक्सवर्स ऑप्टिकल ग्रुप लिमिटेड की एक गलती शख्स को भारी पड़ी। उस शख्स की एक आंख की रोशनी चली गई, क्योंकि स्पेक्सवर्स ने उसे इमरजेंसी सर्जरी के लिए अस्पताल रेफर नहीं किया। अगर उसे समय पर उसकी आंख की सर्जरी हो जाती तो शायद उसकी रोशनी नहीं जाती है।
50 वर्षीय डेविड को पहले पढ़ने और टीवी देखने के लिए ही सिर्फ चश्मा पहनने की जरूरत पड़ती थी। मार्च 2019 में डेविड ने अपनी आंख के पार डॉट और फ्लैस लाइट की चमक नोटिस की। इसके बाद वे अपनी आंख के चेकअप के लिए स्पेक्सवर्स के स्टोर गए। आई स्पेशलिस्ट ने उनकी जांच की और रेटिना के अलग होने का उपचार किया, जिसमें आंख के अंदर रोशनी के प्रति संवेदनशील कोशिकाओं की परत ढीली हो जाती है।
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इमरजेंसी सर्जरी नहीं होने की वजह से आंख की गई रोशनी
पीड़ित डेविड ने आरोप लगाया कि उसकी आंख की इमरजेंसी सर्जरी होनी थी, लेकिन उसे एक हफ्ते तक इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद उसकी एक आंख को रोशनी चली गई। आई स्पेशलिस्ट ने उसी दिन सर्जरी के लिए फोन से किडरमिन्स्टर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं हो पाई। इसके बाद उन्होंने फैक्स के माध्यम से इसकी सूचना दी, लेकिन डेविड को अस्पताल से फोन आने तक घर पर इंतजार करने को कहा गया।
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सर्जरी के बाद भी नहीं लौटी आंख की रोशनी
आरोप है कि किडरमिन्स्टर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग ने एक सप्ताह तक आंख की सर्जरी करने के लिए वक्त नहीं दिया। डेविड अपने घर पर वैसे ही इंतजार करता रहा, जैसे उसे कहा गया था, लेकिन कोई कॉल नहीं आई। अंत में डेविड की दाहिनी आंख की रोशनी चली गई। इंग्लैंड में फ्री आपातकालीन चिकित्सा हेल्पलाइन एनएचएस 111 कॉल करने के बाद उसी दिन किडरमिन्स्टर अस्पताल के एक सर्जन ने उसकी आंख का चेकअप किया, लेकिन तबतक उसकी आंख की रोशनी जा चुकी थी। इसके बाद सर्जन ने उसकी आंख की सर्जरी की, लेकिन रोशनी कभी वापस नहीं आ सकी। स्पेक्सवर्स ने माना कि अगर उसी दिन आंख का ऑपरेशन हो जाता तो शायद उसकी आंख खराब नहीं होती।