Sudan World News: सूडान के सिन्नार प्रांत स्थित एक गांव में पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) ने कत्लेआम मचा दिया है। गुरुवार को RSF ने सिन्नार प्रांत के जालक्नी गांव के अबू हूजार क्षेत्र में पांच दिनों की घेराबंदी के बाद गोलियां बरसा दीं। इस हमले में 80 लोग मारे गए हैं। वॉलंटियर ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आरएसएफ का मिलिशिया गांव से लड़कियों का अपहरण करने के लिए पहुंचा था, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया। बाद में आरएसएफ ने गोलियों की बौछार कर दी, जिसमें 80 लोग मारे गए हैं। हालांकि घटना पर आरएसएफ की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जून महीने से सिन्नार प्रांत का बड़ा हिस्सा आरएसएफ के कब्जे में है। राज्य की राजधानी सिंगा पर भी आरएसएफ का कब्जा है, वहीं सूडानी सैन्य बल पूर्वी सिन्नार के इलाके पर नियंत्रण रखते हैं। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के मुताबिक सिन्नार में जारी जंग के चलते 7 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित होने को मजबूर हुए हैं। 15 अप्रैल 2023 के बाद सूडान में सैन्य बलों और आरएसएफ के बीच हिंसक संघर्ष जारी है। इस संघर्ष में 16,650 लोगों की मौत हो गई है।
सीजफायर के लिए जारी है बातचीत
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक सूडान में 1 करोड़ से ज्यादा लोग आंतरिक तौर पर विस्थापित हुए हैं। वहीं 22 लाख से ज्यादा लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हैं। हालांकि स्विटजरलैंड में अमेरिका, सऊदी अरब और स्विस अधिकारियों की मध्यस्थता में सीजफायर के लिए बातचीत चल रही है, लेकिन सूडानी आर्मी ने इसमें भाग लेने से मना कर दिया है।
पिछली बातचीत रही नाकाम
सऊदी अरब के जेद्दाह में हुई पिछली बातचीत किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाई और हिंसक संघर्ष का दौर जारी है। आरएसएफ ने जून महीने में सिन्नार प्रांत की राजधानी सिंजा पर नियंत्रण हासिल कर लिया था। सिन्नार प्रांत सूडानी आर्मी के नियंत्रण वाले पूर्वी सूडान को सेंट्रल सूडान से कनेक्ट करता है। आरएसएफ अलजजीरा प्रांत की राजधानी खारतौम पर भी नियंत्रण रखता है। इसके साथ ही पश्चिम में दारफर क्षेत्र और दक्षिण में कोर्दोफैन के बड़े हिस्से को भी आरएसएफ कंट्रोल करता है।
अकाल की कगार पर सूडान
सूडानी सेना की कमान जहां आर्मी चीफ अब्देल फतह अल बुरहान के पास है तो आरएसएफ की कमान उनके पूर्व डिप्टी मोहम्मद हमदान दागलो के पास है। यूनाइटेड नेशंस के मुताबिक 4.8 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाला सूडान हिंसक संघर्ष के चलते अकाल की कगार पर खड़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हालात इतने खराब है कि अकाल जैसी स्थिति के चलते 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।