World News: पॉपी दुग्गन, 31 वर्ष की उम्र में अपने तीसरे बच्चे की उम्मीद कर रही थीं। इसकी जानकारी उन्होंने अपने बॉस को दी। पॉपी के प्रेग्नेंट होने की खबर सुनने के बाद बॉस भड़क गया और उसने पॉपी को अपने बेडरूम में टीवी लगवाने की सलाह दे डाली, ताकि वह कम सेक्स करे और प्रेग्नेंट होने के चांसेस कम रहे। गर्भावस्था के दौरान नौकरी में भेदभाव और उत्पीड़न झेलने पॉपी ने अपने बॉस को कोर्ट में घसीटा। कोर्ट में फैसला पॉपी के पक्ष में आया और उन्हें 17 लाख से ज्यादा का मुआवजा मिला।
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पॉपी, केली ट्रैफिक मैनेजमेंट कंपनी में टीम लीडर की पोजिशन पर थीं। इसी कंपनी में वह पहले भी दो साल नौकरी कर चुकी थीं। जनवरी 2019 में दोबारा कंपनी ज्वॉइन करने के बाद पॉपी ने अपने लाइन मैनेजर्स साराह एबॉट और डेनियल एबॉट को खुद के प्रेग्नेंट होने की जानकारी दी। मिडलैंड्स वेस्ट एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल ने पाया कि इसी समय डेनियल एबॉट ने पॉपी को सलाह दी कि वह अपने बेडरूम में टीवी लगवा लें। साराह और डेनियल पति-पत्नी हैं।
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‘तीन बच्चों का क्या करोगी?’
जनवरी के अंतिम सप्ताह में पॉपी ने साराह से कहा कि वह अपने बच्चे को जन्म देने के बाद नौकरी पर लौटने की सोच रही हैं। इस पर साराह ने कहा कि ‘तीन बच्चों का क्या करोगी? ऐसे कैसे चलेगा?’ दो दिन की साप्ताहिक छुट्टी के बाद लौटी पॉपी को साराह की मौजूदगी में डेनियल के गलत व्यवहार का सामना करना पड़ा। वजह पॉपी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कथित गलतियां थीं, डेनियल ने पॉपी को गालियां दीं और खूब चिल्लाया। ट्रिब्यूनल के मुताबिक डेनियल ने पॉपी को कहा, ‘घर जाओ, मैं तुम्हें यहां नहीं देखना चाहता।’
अगले कुछ समय पॉपी का उत्पीड़न जारी रहा। पॉपी की जिम्मेदारियां दूसरे लोगों को असाइन की जाने लगीं। पॉपी ने एबॉट के व्यवहार के बारे में कंपनी में शिकायत की और एबॉट को मौखिक चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। पॉपी ने इसी दिन नौकरी से रिजाइन कर दिया, हालांकि उनकी मैटर्निटी लीव अप्रैल, 2023 में खत्म होने वाली थी।
कोर्ट में गर्भावस्था के दौरान भेदभाव के मामले को आंशिक रूप से सही पाया गया। हालांकि पॉपी की अनुचित बर्खास्तगी का दावा खारिज हो गया। पॉपी दुग्गन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए ट्रिब्यूनल ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान भेदभाव के मामले में बड़ी सजा हो सकती है, क्योंकि यह समय ‘खुशियों का समय’ होता है।