Earthquake in Russia: रूस में आज फिर भयंकर भूकंप आया है, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 मापी गई है. भूकंप रूस के सुदूर पूर्व में उसी इलाके कामचटका में आया, जहां जुलाई महीने में भी भूकंप आया था और उसके बाद रूस-जापान में सुनामी आई थी. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि भूकंप के केंद्र के आस-पास 300 किलोमीटर के दायरे में समुद्र में खतरनाक और विनाशकारी लहरें उठने की संभावना है, जो सुनामी ला सकती हैं.
#BREAKING
— Brian’s Breaking News and Intel (@intelFromBrian) September 13, 2025
Video from 7.5 earthquake in Kamchatka, Russia. pic.twitter.com/9M6nUkTVyO
कितनी गहराई में मिला भूकंप का केंद्र?
जर्मन रीसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेस (GFZ) के अनुसार, रूस के कामचटका में आज आए भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में मिला है और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 रही है. दूसरी ओर, यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने दावा किया है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 रही है और भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 39.5 किलोमीटर (24.5 मील) की गहराई में था.
🔴An earthquake with a magnitude of 7.7 occurred in Kamchatka, Russia
— ★ᚹᛁᚲᛁᚾᚷ★🏴☠️💎 (@vikingbooyah) September 13, 2025
Residents have currently been warned about the threat of a tsunami. Recall that on July 30, Kamchatka was shaken by tremors with a magnitude of 8.8 – the strongest earthquake since 1952. pic.twitter.com/gCuALYV4qW
जुलाई में आया था भूकंप और सुनामी
बता दें कि जुलाई महीने में भी रूस के कामचटका आइलैंड पर भयंकर भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई थी. इस भूकंप के चलते प्रशांत महसागर में सुनामी आई थी. समुद्र में 4 मीटर ऊंची लहरें उठी थीं. सुनामी ने रूस और जापान में काफी तबाही मचाई थी. वहीं करीब 10 देशों में सुनामी आने की चेतावनी के चलते हाई अलर्ट जारी हुआ था. इन देशों में तूफानी हवाओं और भारी बारिश ने नुकसान कराया था.
🇷🇺 — Footage from the strong #earthquake in Kamchatka, #Russia 's Far East. pic.twitter.com/MiHZrlIaUC
— freedom fighter (@gorasingh053) September 13, 2025
जुलाई में ऐसे फैली थी भूकंप से दहशत
बता दें कि जुलाई 2025 में रूस के कामचटका प्रायद्वीप में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 रही थी. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) को भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 19.3 किलोमीटर की गहराई में था, जहां काफी उथली गहराई थी. भूकंप आने के बाद समुद्र में उठी लहरों ने रूस और जापान में कई इमारतों को नुकसान पहुंचाया था और लोगों की जान भी ली थी. रूस, जापान, अमेरिका, चीन, कनाडा, इक्वाडोर, पेरू, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, प्रशांत द्वीप समूह, चीन, फिलीपींस, ताइवान, इंडोनेशिया तटीय इलाकों में भी सुनामी आने का हाई अलर्ट जारी हुआ था.










