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‘इस्लामाबाद जरूर आएं मोहम्मद सलमान…’ पाकिस्तान को चुभ रही भारत-सऊदी की यह दोस्ती

Pakistan Angry On India Saudi Prince Mohammed Bin Salman India Visit: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान जी-20 सम्मेलन के बाद से भारत के राजकीय दौरे पर हैं। इससे पहले क्राउन प्रिंस ने जी-20 समिट में शिरकत की थी। आज शाम प्रेसिडेंट हाउस में राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका भव्य स्वागत किया। फिलहाल […]

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Sep 11, 2023 20:38
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Pakistan Angry On India Saudi Prince Mohammed Bin Salman India Visit
Saudi Prince Mohammed Bin Salman And PM Modi

Pakistan Angry On India Saudi Prince Mohammed Bin Salman India Visit: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान जी-20 सम्मेलन के बाद से भारत के राजकीय दौरे पर हैं। इससे पहले क्राउन प्रिंस ने जी-20 समिट में शिरकत की थी। आज शाम प्रेसिडेंट हाउस में राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका भव्य स्वागत किया। फिलहाल उनकी मुलाकात हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी से हो रही है। सऊदी प्रिंस की इस यात्रा के दौरान भारत के साथ कई अहम् समझौते होने हैं। वहीं कभी भारत के खिलाफ सऊदी अरब का इस्तेमाल करने वाला पड़ोसी पाकिस्तान देश की जनता के साथ बेइज्जत महसूस कर रहा है। हालांकि रियाद स्थित पाकिस्तानी डिप्लोमेट प्रिंस के प्रशासन से यह गुहार लगाता रहा कि कुछ मिनट के लिए सही लेकिन मोहम्मद बिन सलमान इस्लामाबाद जरूर आएं।

दुनिया से कर्ज के लिए गुहार लगा रहा पाकिस्तान

पाकिस्तानी पत्रकार कामरान युसूफ एक्सप्रेस ट्रिब्‍यून में लिखे एक लेख में लिखा कि एक वक्त था जब पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय भारत से ज्यादा हुआ करती थी। आज हम दुनिया से कर्ज के लिए गुहार लगा रहे हैं। इस्लामिक देशों के संगठन की अध्यक्षता भले ही सऊदी अरब करता था लेकिन उसका नियंत्रण पाकिस्तान के हाथों में था। दुनिया के नेता जब भी दक्षिण एशिया की यात्रा पर आते तो पाकिस्तान जरूर आते थे। सऊदी प्रिंस पाकिस्तान आए बिना ही भारत चले गए।

खाड़ी देश भारत के साथ बिजनेस करने को हुए मजबूर

कामरान ने बताया कि 9/11 हमले के बाद अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता कराया था। इस दौरान अमेरिका ने जमकर पाकिस्तान की आर्थिक मदद की। वहीं भारत अपने आप को आर्थिक तौर पर मजबूत करता चला गया। 21वीं सदी में चीन के उदय से अमेरिका के प्रभुत्व को सीधा खतरा पैदा हो गया और इससे दक्षिण एशिया में अमेरिका को अपनी बादशाहत बरकरार रखने के लिए भारत को साथ लेना पड़ा। कामरान ने कहा कि भारत दुनिया की बदली हुई भूराजनीतिक व्यवस्था में आज अमेरिका और यूरोपीय देशों का प्रमुख सहयोगी बन गया।

भारतीय अर्थव्यवस्था के लगातार विकसित होने से खाड़ी देश में भारत के साथ बिजनेस करने को मजबुर हो गए। उन्होंने कहा कि पािकस्तान भले ही भारत का मजाक उड़ा ले लेकिन इससे असलियन नहीं बनदलने वाली। भारत जहां लगातार तरक्की कर रहा है। वहीं पाकिस्तान दुनिया के सामने कटोरा लेकर भीख मांग रहा है। उन्होंने कहा कि आज के समय में पाकिस्तान को आत्ममंथन की आवश्यकता है।

First published on: Sep 11, 2023 08:38 PM
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