Shehbaz Sharif: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने क्वेटा में शनिवार को हुई एक बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में उन्होंने एक बड़ा बयान दिया। शहबाज ने कहा कि ‘अब कटोरा लेकर भीख मांगने नहीं जाऊंगा, क्योंकि जो भीख देते थे अब कहते हैं खुद से कमाओ।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘सभी दोस्त मुल्क चाहते हैं हम उनसे व्यापार करें। कोई ऐसे ही पैसा नहीं देना चाहता।’ दरअसल, शहबाज का इशारा चीन, सऊदी अरब और कतर जैसे देशों की तरफ था।
क्या है शहबाज का पूरा बयान?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इन दिनों कई बयान सामने आ रहे हैं। हाल ही में उनका भीख का कटोरा वाला बयान काफी सुर्खियों में है। बलूचिस्तान के क्वेटा में कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में सेना के अधिकारियों को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, “चीन पाकिस्तान का सबसे पुराना दोस्त है। सऊदी अरब पाकिस्तान के सबसे भरोसेमंद दोस्तों में से एक है और तुर्की, कतर और यूएई जैसे अन्य देश भी उसके सबसे भरोसेमंद दोस्तों में से एक हैं।’
ये भी पढ़ें: Shangri La Dialogue में भारत को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री ने दिया बड़ा बयान, चीन को दे डाली चेतावनी
उन्होंने आगे कहा कि ‘लेकिन मैं यहां साफ तौर पर कह देना चाहता हूं कि अब वे हमसे उम्मीद करते हैं कि हम उनके साथ बिजनेस, शोध, विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य, निवेश के जरिए सहयोग करें। अब वे हमसे यह उम्मीद नहीं करते कि हम उनके पास भीख का कटोरा लेकर जाएं।’
‘बोझ अपने कंधों पर नहीं उठाना चाहता’
शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि ‘वह और फील्ड मार्शल असीम मुनीर अब निर्भरता का बोझ अपने कंधों पर नहीं उठाना चाहते हैं। फील्ड के साथ मैं आखिरी शख्स हूं, जो इस बोझ को अपने कंधों पर उठाने को तैयार हूं, क्योंकि आखिरकार इसका बोझ इस महान राष्ट्र के कंधों पर होगा।’ पाकिस्तान में एक तरफ आतंकवाद और दूसरी तरफ देश आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इस पर भी शहबाज शरीफ ने बात की। कुछ दिन पहले ही शहबाज ने भारत के साथ संघर्ष को खत्म करने के लिए भारत से बात करने की इच्छा भी जाहिर की थी।
ये भी पढ़ें: क्या होता है शांगरी-ला-डायलॉग? जिसके जरिए CDS अनिल चौहान ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी