भारतीय सेना अब हथियार बेचने वाले देशों में शामिल हो गई है। कई देशों को आत्मनिर्भर भारत से बने हथियार की सप्लाई भी कर रही है। भारत का रक्षा क्षेत्र रोजाना नए-नए ड्रोन और एयर मिसाइल सिस्टम का इजाफा करके अपने रक्षा के क्षेत्र में कर रही है। यही वजह है कि अब रक्षा मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है। जो बजट पहले से दिया गया है, उसमें अब और ज्यादा ही इजाफा किया जाएगा, यानि 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये करने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा घातक हथियार बनाने का लक्ष्य को तय कर दिया गया है। यह टारगेट भविष्य के युद्ध प्रणाली को देखते हुए किया गया है।
आपको बता दें कि पहले भारत को दुनिया में हथियारों के सबसे बड़े आयातक के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब भारत दुनिया के शीर्ष 25 हथियार निर्यातक देशों की सूची में शामिल हो गया है। 7-8 साल पहले भारत का रक्षा निर्यात एक करोड़ से भी कम था। आज यह 16000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एक के बाद एक ताबड़तोड़ पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना ने महाबली राफेल की गर्जना से कपां दिया। पूरे पाकिस्तान को, एक नही दो नहीं बल्कि पूरे 9 आतंकी कैम्प को ध्वस्त कर दिया। साफ तौर से डीजीएमओ ने कहा है, कि आगे भी ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा।
भारत का डिफेंस बजट पाकिस्तान से 3 गुना ज्यादा
भारत की रक्षा ताकत को सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं पूरा विश्व देख रहा है। जी हां न्यूज 24 को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान का रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट के सामने कुछ भी नहीं है। आपको बता दें कि भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान के डिफेंस बजट से करीब 3 गुना ज्यादा है। पिछले चार सालों के आकड़ों पर गौर करें तो भारत का रक्षा बजट में तीस फीसदी का इजाफा हुआ है।
यह भी पढ़ें: भारतीय सेना के खौफ से कांपा पाकिस्तान, BSF ने दिया मुंह तोड़ जवाब मार गिराए 15 आतंकी
2025-26 में भारत का डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़
बता दें कि साल 2025-26 में भारत का डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़ रुपए हो गया। 2024-25 में देश का डिफेंस बजट 621941 करोड़ रुपए का था। वहीं, उससे पहले यानी 2023-24 में देश का डिफेंस बजट 554875 करोड़ रुपए देखने को मिला था। साल 2022-23 में देश का डिफेंस का बजट 5.25 लाख करोड़ रुपए देखने को मिला था।
रक्षा बजट में 4.65 फीसदी बढ़ोत्तरी
जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत के रक्षा बजट के लिए 4.65 फीसदी बढ़ोत्तरी की गई है, जिसमें सेना के लिए साजो समान के खरीद से संबंधित है। सेना के तन्ख्वाह के लिए 9.29 फीसदी रक्षा बजट से रखा हुआ है। वहीं, डीआरडीओ के लिए सेना का बजट 26,816 करोड़ रुपये है। सेना के सूत्रों के मुताबिक पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जो कार्रवाई पाकिस्तानी आतंकी अड्डो पर की है, उसे देखते हुए वह भी अपने रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी करने जा रहा है।
पाकिस्तान जुलाई में पेश कर रहा अपना रक्षा बजट
बता दें कि पाकिस्तान जुलाई महीने में अपना रक्षा बजट पेश करने जा रहा है। अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान अपने रक्षा बजट में 18 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर सकता है। मौजूदा सुरक्षा खतरों के मद्देनजर पीपीपी ने रक्षा बजट को 18 प्रतिशत बढ़ाकर 2.5 ट्रिलियन रुपए से अधिक करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में, सरकार ने रक्षा खर्च के लिए 2122 बिलियन रुपए आवंटित किए, जो निवर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट किए गए। 1804 बिलियन रुपए से 14.98 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। लोन पेमेंट के बाद डिफेंस सेक्टर का खर्च एनुअल एक्सपेंडिचर का दूसरा सबसे बड़ा कंपोनेंट है। चालू वर्ष में लोन रीपेमेंट के लिए आवंटित 9700 अरब रुपए देश का सबसे बड़ा व्यय है।
ये भी पढ़ें- क्या रूस-यूक्रेन में सीजफायर होगा? 3 साल में पहली बार शांति वार्ता आज, रूसी डेलिगेशन फाइनल