उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रूस को यूक्रेन युद्ध में बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है। इसका मतलब है कि वह रूस की हर तरह से मदद करेंगे, चाहे वह हथियार देना हो या सैनिक मदद। यह समर्थन यूक्रेन युद्ध में एक नया मोड़ ला सकता है क्योंकि इससे रूस को ताकत मिलेगी और युद्ध लंबा खिंच सकता है। पश्चिमी देश इससे चिंतित हैं क्योंकि इससे एशिया और यूरोप दोनों में तनाव बढ़ सकता है। यह कदम दिखाता है कि अब युद्ध में और देश भी सीधे रूप से शामिल हो सकते हैं।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बिना शर्त समर्थन देने की बात दोहराई है। यह बयान उन्होंने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से प्योंगयांग में मुलाकात के दौरान दिया। उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया के अनुसार, किम ने कहा कि उनका देश रूस और उसकी विदेश नीति को ‘हर महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक मुद्दे’ पर पूरा समर्थन देगा। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच सैन्य और रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने के संकेत के रूप में देखी जा रही है।
रूस-उत्तर कोरिया के बीच सैन्य सहयोग बढ़ा
रूस और उत्तर कोरिया के रिश्ते अब पहले से बहुत ज्यादा मजबूत हो गए हैं। अप्रैल महीने में दोनों देशों ने खुलकर बताया कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूस के कुर्स्क इलाके में तैनात हैं और यूक्रेन की सेना से लड़ाई में रूस की मदद कर रहे हैं। जानकार कहते हैं कि ये सहयोग सिर्फ हथियार भेजने तक ही नहीं है, बल्कि दोनों देश सैनिकों को साथ में ट्रेनिंग भी दे रहे हैं और अपना युद्ध का अनुभव भी शेयर कर रहे हैं। किम जोंग उन ने इस दोस्ती को ‘रणनीतिक साझेदारी’ बताया है।
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Today, North Korean dictator Kim Jong Un met again with Russia’s top security official, Sergey Shoigu, in Pyongyang. Kim pledged full support for Putin’s war in Ukraine. Two brutal regimes, united by a shared disdain for democracy and human rights.
🔗 KCNA article pic.twitter.com/hjESUkWZGo— William Kim 김영권 (@NKMESSENGER) June 5, 2025
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उत्तर कोरिया के साथ बातचीत फिर से शुरू करना चाहता है दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया में नए राष्ट्रपति ली जे-मयुंग ने अभी हाल ही में अपनी जिम्मेदारी संभाली है। वे डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं। चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि वे उत्तर कोरिया के साथ बातचीत फिर से शुरू करना चाहते हैं। उन्होंने अपने भाषण में बताया कि वे कोरिया के क्षेत्र में शांति लाने और तनाव कम करने की कोशिश करेंगे। लेकिन अभी ये साफ नहीं है कि किम जोंग उन उनके इस विचार पर क्या कहेंगे। किम जोंग उन ने पिछले कुछ सालों में दक्षिण कोरिया से सारे संपर्क बंद कर दिए हैं।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के आरोप
अमेरिका और दक्षिण कोरिया का कहना है कि रूस उत्तर कोरिया को हथियार और सैन्य टेक्नोलॉजी दे रहा है, जिससे संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन हो रहा है। अमेरिका, जापान और 11 देशों ने एक साथ रिपोर्ट दी है कि रूस उत्तर कोरिया को आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट और जैमिंग सिस्टम भी भेज रहा है। रूस के रक्षा मंत्री शोइगु ने पिछले तीन महीने में दूसरी बार उत्तर कोरिया का दौरा किया है। मार्च में भी वे आए थे और किम जोंग उन को यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका के प्रस्ताव के बारे में बताया था। ये सभी बातें दिखाती हैं कि रूस और उत्तर कोरिया मिलकर एक बड़ा सैन्य गठबंधन बना रहे हैं।