नई दिल्ली: मालदीव की नई सरकार ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में चुने गए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शपथ लेते ही भारत को अपनी सेना हटा लेने के लिए कहा है। शुक्रवार को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने चुनावी वादे निभाने की बात की और भारत का नाम लिए बिना कहा था कि देश में किसी भी दूसरे देश का कोई सैनिक नहीं रहेगा। गजब की बात है कि शनिवार को ही इस भारतविरोधी हवाई बयान को औपचारिक रूप भी दे दिया गया। मालदीव सरकार ने एक बयान में कहा है, ‘राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने अपने कार्यालय में भारत के पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात के दौरान औपचारिक रूप से अनुरोध किया है कि उनकी सरकार यहां से अपनी सेना को वापस बुला ले’।
हिंद महासागर क्षेत्र में प्रमुख पड़ोसियों में से एक है मालदीव
बता दें कि मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से भारत के साथ इसके रिश्ते बिगड़ने की दिशा में नजर आ रहे हैं। इसकी वजह मालदीव के चीनी सत्ता के प्रभाव में होने काे माना जा रहा है। हालांकि पिछले राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की नीतियों को भारत के लिए अनुकूल माना जाता था। पिछले महीने ही मालदीव में नए राष्ट्रपति का चुनाव हुआ, जिसमें इब्राहिम सोलिह को हराकर इंजीनियर से नेता बने मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति बने हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के करीबी और उन्हीं के पदचिह्नों पर चलने वाले के रूप में देखे जा रहे हैं।
Delighted to interact with vibrant & committed Indian Community in Maldives.
Commended their significant contributions in nurturing India-Maldives ties. Assured them of the continued commitment of @mygovindia for their welfare and wellbeing. pic.twitter.com/lR5kfosdG2— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) November 18, 2023
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चीन के ज्यादा करीब हैं नए राष्ट्रपति
2013 से 2018 तक राष्ट्रपति रहे यामीन ने चीन के साथ करीबियां बढ़ाई। हालिया चुनाव प्रचार के दौरान मोहम्मद मुइज्जू ने कहा था कि उनकी प्राथमिकता मालदीव से भारतीय सेना की उपस्थिति को जल्द से जल्द खत्म करना रहेगी। शुक्रवार को माले में शपथ ग्रहण के दौरान भारत के मंत्री किरेन रिजिजू समेत कई लोगों ने इस समारोह में शिरकत की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मालदीव के नए राष्ट्रपति ने इशारों-इशारों में भारत को अपने यहां से अपनी सेना हटा लेने के लिए कह डाला। शनिवार को जानकारी सामे आई है कि मालदीव की नई सरकार ने अपनी मंशा को औपचारिक रूप दे दिया। हालांकि उन्होंने दावा किया था कि वह इस मसले का हल राजनयिक माध्यमों से ही निकालेंगे।
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पांच साल में मालदीव के 523 लोगों की जान बचाई इंडियन आर्मी ने
उधर, भारत के मंत्री किरण रिजिजू ने इससे पहले मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग के बूते दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। इसी के साथ इस मामले में ध्यान देने वाली बात यह भी है कि बीते पांच साल में भारत की सेना ने मालदीव के 523 लोगों की जान बचाई है। मालदीव की समुद्री सुरक्षा के लिए भी 450 से अधिक बहुआयामी मिशन चलाए, जिनमें 122 मिशन साल 2022 के ही हैं।