Israel Hamas War Israel Wants India Support: हमास के इजरायल पर हमने के बाद पूरी दुनिया की निगाहें भारत समेत अन्य देशों पर टिकी हैं। युद्ध को लेकर दुनिया 2 भागों में बंट गई है। एक तरफ भारत, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी समेत कई देश इजरायल के पक्ष में खड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर ईरान, तुर्की, पाकिस्तान, सऊदी अरब जैसे देश फिलिस्तीन के पक्ष में खड़े हैं। हमास के हमले के तुरंत बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल के प्रति अपनी सहानुभूति जताई और हर संभव मदद का ऐलान किया। वहीं दूसरी ओर इजरायल ने भी युद्ध के बीच भारत से समर्थन की इच्छा जताई है।
इजरायल की मदद के लिए आगे आया अमेरिका
इजरायल ने कहा कि भारत आतंकवाद की चुनौती को समझता है फिलहाल अमेरिका ने इजरायल की मदद के लिए अपना युद्धपोत भेजा है। भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि उनके देश को भारत से समर्थन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रभावशाली देश है और आतंकवाद की चुनौती को जानता है। गिलोन ने चरमपंथियों के हमलों को अस्वीकार्य बताया है। बता दें कि इस हमले में अब तक 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 2 हजार से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
भारत जैसे मित्रों की आवश्यकता
गिलोन ने कहा कि इन हमलों के पीछे ईरान का हाथ है उसने ही हमास को हथियारों की आपूर्ति की। गिलोन ने कहा कि हमारे देश को भारत जैसे मित्रों की आवश्यकता है। यह ऐसा देश है जो आतंकवाद के दर्द को समझता है इस संकट से परिचित है। गिलोन ने कहा कि दुनिया के सभी देश सैकड़ों इजरायली नागरिकों की अकारण की गई हत्या और अपहरण की घटनाओं की निंदा करेंगे। दोनों देशों में मध्यस्थता के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का समय है। पीएम मोदी ने हमास चरमपंथियों के हमले के बीच इजरायल के प्रति एकजुटता व्यक्त की थी। बता दें कि पीएम मोदी ने इजरायल पर हुए हमले को आतंकवादी हमला करार दिया था। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।