India-Pakistan Tension: भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान की गोद में बैठे 3 बड़े आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया। सेना ने इसके साथ ही आतंकियों के 9 ठिकानों को भी जमींदोज कर दिया। भारत के इस एक्शन से पाकिस्तान सरकार के साथ वहां की सेना को भी मुंह की खानी पड़ी है। शनिवार को भारतीय सेना के अफसरों ने यह जानकारी साझा की है।
मुंबई हमलों में शामिल था मुदस्सर खादियान खास
भारतीय सेना के अफसरों ने जानकारी देते हुए बताया कि मारे गए आतंकवादियों में मुदस्सर खादियान खास उर्फ अबू जुंदाल भी शामिल था। बताया जा रहा है कि आतंकी को मुदस्सर और अबू जुंदाल के नाम से भी जाना जाता था। वह लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ कमांडर था। खादियान, जो पंजाब के मुरीदके में मरकज तैयबा का प्रमुख था, वैश्विक आतंकवादी संगठन में एक प्रमुख व्यक्ति था। उसकी मौत लश्कर-ए-तैयबा की संचालन क्षमताओं के लिए एक बड़ा झटका है, जो 2008 के मुंबई हमलों सहित भारत में कई हमलों में शामिल होने के लिए जाना जाता है।
पाक सेना ने आतंकी को दिया गार्ड ऑफ ऑनर
मुदस्सर खादियान खास उर्फ अबू जुंदाल को पाकिस्तानी सेना ने जनाजे की नमाज से पहले गार्ड ऑफ ऑनर दिया था। साथ ही पाक सेना प्रमुख और पंजाब की सीएम मरियम नवाज की ओर से उसे पुष्पांजलि भी अर्पित की गई थी। इस दौरान आतंकी जनाजे की नमाज आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सदस्य हाफिज अब्दुल रऊफ ने पढ़ाई थी।
आतंकी मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था हाफिज जमील
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर ऑपरेशन के दौरान दूसरे बड़े आतंकी हाफिज जमील को मारा है। यह आतंकी जैश-ए-मोहम्मद चीफ कुख्यात आतंकी मौलाना मसूद अजहर का सबसे बड़ा साला था। आतंकी हाफिज जमील जैश-ए-मोहम्मद का बड़ा चेहरा था। सेना के अफसरों ने बताया कि आतंकी हाफिज मुहम्मद जमील पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित जैश के आतंकी केंद्र मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था। इसका काम युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलना था। वह युवाओं को इस्लाम के नाम पर भड़काता था और आत्मघाती हमले के लिए उनका ब्रेनवॉश करता था। साथ ही हाफिज जमील संगठन के लिए फंडिंग का भी इंतजाम करता था।
कंधार हाइजैक का मुख्य षड्यंत्रकर्ता था मोहम्मद यूसुफ अजहर
भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद चीफ कुख्यात आतंकी मौलाना मसूद अजहर का बहनोई भी मारा गया है। इसका नाम मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी है। यूसुफ पकड़े जाने के डर से बार-बार नाम बदलता रहता था। मोहम्मद यूसुफ अजहर सेना के हमले में मारे गए हाफिज जमील का ही भाई था।
इंटरपोल का रेड नोटिस था जारी
मारा गया आतंकी मोहम्मद यूसुफ IC 814 कंधार हाइजैक का मुख्य षड्यंत्रकर्ता था। साथ यूसुफ आतंकी संगठन के लिए हथियारों की ट्रेडिंग का भी करता था। यूसुफ 1998 में कंधार इंडियन एयरलाइन के विमान के अपहरण से एक वर्ष पहले उस फर्जी पासपोर्ट के आधार पर भारत में घुसा था जिसकी व्यवस्था उसके सहयोगी अब्दुल लतीफ ने की थी। यूसुफ के खिलाफ इंटरपोल का रेड नोटिस जारी था।