Imran Khan Controversy Update: इमरान खान जिंदा है या मार दिया गया… इस सवाल को लेकर चल रहे हंगामे के बीच इमराज खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को बड़ा झटका लग सकता है. क्योंकि शहबाज शरीफ सरकार PTI-शासित खैबर पख्तूनख्वा (KP) प्रांत में राज्यपाल शासन लगाने का विचार कर रही है. हालांकि इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है, क्योंकि शहबाज शरीफ अभी लंदन में हैं तो उनके इस्लामाबाद से लौटने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा, लेकिन सियासी गलियों में इस मुद्दे पर चर्चा का बाजार गर्म है.
Imran Khan is dead!
BREAKING: The Truth About Imran Khan’s "Death" Rumors – What is Going On? 🚨
Stop scrolling. X is flooded with reports that former PM Imran Khan has passed away in Adiala Jail. He was killed by Pakistani army in jail. Here is the verified reality as of Nov… pic.twitter.com/FHOGdrQ3Ig---विज्ञापन---— Sunil Yadav (@sunilyadav21) November 26, 2025
ये है राज्यपाल शासन पर विचार की वजह
बता दें कि शहबाज शरीफ की सरकार इमरान खान की नजरबंदी और स्वास्थ्य को लेकर बढ़ते तनाव को देखते हुए खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन लगाना चाहती है. बिगड़ती कानून व्यवस्था, नशे-हथियार की तस्करी, आतंकी हमलों के बीच राजनीतिक, प्रशासनिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर यह बड़ा कदम हो सकता है. क्योंकि सरकार का मानना है कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री लोगों को सुरक्षा और राहत प्रदान करने में विफल रहे हैं.
🚨🚨🚨Imran khan was shot.
Then jailed.
Then banned — not just from office, but from television, radio, and social media.
And yet, even from behind bars, even with his name erased, his party still won a majority in Pakistan’s latest elections.
It didn’t matter.
Today, he sits… pic.twitter.com/Gd78oYDsKu---विज्ञापन---— SafinaFaisal (@MrsSFaisall) May 13, 2025
संसद सत्र बुलाकर लागू किया जाएगा आदेश
कानून मंत्री ने बताया कि अगर खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन लगाने का प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो संसद की जॉइंट मीटिंग बुलाकर आदेश को लागू किया जाएगा. इमरान खान की रिहाई के लिए उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बढ़ते राजनीतिक दबाव और सरकार के साथ बढ़ते टकराव के कारण यह फैसला लेना अनिवार्य हो गया है. क्योंकि राज्यपाल शासन लगाना संवैधानिक प्रावधान है, जो संकटकालीन स्थिति में लागू किया जाता है.
🚨 Former Prime Minister of Pakistan Has Vanished. No Proof of Life. No Answers.
— Namkeen Chai نمکین چائے (@enigmaakh) November 30, 2025
"Where Is Imran Khan?"
Do not forget and please continue demanding proof of life for Imran Khan. This is no longer just a legal matter; it is a humanitarian crisis.
It has not been "27 days". His… pic.twitter.com/w5j6bFOGsM
खैबर पख्तूनख्वा के CM का सरकार पर आरोप
वहीं खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने शहबाज शरीफ सरकार पर अशांति भड़काने के प्रयास का आरोप लगाया है. उन्होंने राज्यपाल शासन लगाने के सरकार के विचार को खैबर पख्तूनख्वा को अपने कब्जे में करने की कोशिश बताया है, लेकिन उनके फैसले को अदालत में चुनौती दी जा सकती है. राज्यपाल शासन लगाकर सरकार अराजकता फैलाना चाहती है, लेकन PTI सरकार के मंसूबे कामयाब नहीं होने देगी. फैसले का शांतिपूर्ण विरोध करेंगे.
They’re not even allowed to speak to him on the phone. No one is. https://t.co/LnmE44IZPL
— Jemima Goldsmith (@Jemima_Khan) November 30, 2025
4 नवंबर से इमरान खान की कोई खबर नहीं है
बता दें कि इमरान खान 4 नवंबर से एकांत कारावास में हैं. उनसे न उनके परिजनों को मिलने दिया जा रहा है और न हीं उनकी पार्टी के समर्थकों और अधिकारियों से मुलाकात कराई जा रही है. इमरान खान की जेल के अंदर हत्या किए जाने की बात कही जा रही है, इसलिए उनके जिंदा होने के सबूत मांगे जा रहे हैं. इस बीच इमरान खान की मदद के लिए उनकी पहली पत्नी जेमिमा सामने आईं हैं. उन्होंने शिकायत की है कि उनके बेटों को या किसी को भी इमरान से बात तक करने की इजाजत नहीं है.










