Human papillomavirus sexually transmitted virus: शारीरिक संबंध बनाने के दौरान 10 में से 8 कपल कभी न कभी human papillomavirus (HPV) वायरस से संक्रमित होते हैं। इस वायरस से बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है। अगले हफ्ते से सरकार लाखों बच्चों को इससे बचाव के लिए फ्री वैक्सीन अभियान शुरू कर रही है। डॉक्टरों का दावा है कि यह वैक्सीन बच्चों की 8 तरीके के जानलेवा कैंसर से बचाव करेगी।
Did you know that Human Papillomavirus HPV is the leading cause of cervical cancer?
---विज्ञापन---Protect yourself against HPV
Get vaccinated
Use condoms
Get tested
Regular screeningsVisit one of our clinics for more info and to book a Pap smear.
---विज्ञापन---#HPVAwareness#WitsRHI #WitsTransHealth pic.twitter.com/yb0iDNLwba
— Wits RHI Trans Health Centre (@WitsRHI_TransHC) September 13, 2024
साल 2058 तक 1 लाख से ज्यादा लोगों को बचाने का है लक्ष्य
सरकार का दावा है कि यह टीका ह्यूमन पेपिलोमावायरस के खतरे को कम करता है। इससे गले, गर्दन, सिर, सर्वाइकल और इंसानों के प्राइवेट पार्ट्स (penis, vagina, vulva) में कैंसर होने से बचाव होगा। दरअसल, ये पूरा मामला यूके का है और यहां की सरकार का साल 2058 तक 1 लाख से ज्यादा लोगों को ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस से बचाव करने का लक्ष्य है।
ये भी पढ़ें: मानसून में खाने जा रहे हैं टमाटर? 2 बार जरूर चेक कर लें; वजह जान कर बदल लेंगे आदत
12 साल या इससे बड़ी उम्र के बच्चों को लगाई जाएगी वैक्सीन
यूके की सरकार ने अपील जारी की है कि सभी माता-पिता इस वायरस से बचाव की वैक्सीन के लिए अपना पंजीकरण करवा लें। स्थानीय प्रशासन लोगों के नजदीकी अस्पतालों में अगले हफ्ते से वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू करेगा। यह वैक्सीन 12 साल या इससे बड़ी उम्र के बच्चों को लगाई जाएगी। डॉक्टरों के अनुसार ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस के कई प्रकार के होते हैं, इनमें से कुछ से तो साधरण संक्रमित रोग होते हैं लेकिन कुछ से जानलेवा कैंसर होने का खतरा रहता है।
20 सालों में संख्या होगी दोगुनी
यूके की Oracle Head & Neck Cancer संस्थान के Michelle Vickers के अनुसार दुनियाभर में हर साल करीब 7 लाख लोग ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस से होने वाले कैंसर से संक्रमित होते हैं। उनका अनुमान है कि अगले 20 सालों में ये संख्या दोगुनी हो सकती है।
ये भी पढ़ें: टेंशन से बढ़ते हैं पापा बनने के चांस! नई रिसर्च में चौंकाने वाला दावा; जानिए क्या कहते हैं वैज्ञानिक