भारत के गुजरात में भारतीय वायुसेना का फाइटर जेट क्रैश हो गया था। हादसे में फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए थे। वहीं अब एक और हेलीकॉप्टर क्रैश होने की खबर आई है, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा जापान के दक्षिण-पश्चिमी इलाके में हुआ। हादसे का शिकार हुआ हेलीकॉप्टर एयर एंबुलेंस थी।
हेलीकॉप्टर में 6 लोग सवार थे। इन 6 लोगों में मरीज, पायलट और नर्स शामिल थे, लेकिन इनमें से मरीज, डॉक्टर और केयरटेकर की मौत हो गई। वहीं पायलट, मैकेनिक और नर्स को गबचा लिया गया। जापान के तट रक्षक बल की ओर से यह जानकारी दी गई और बताया कि हादसा कब, कहां और कैसे हुआ?
#Breaking A Medevac EC-135 crashed off Nagasaki (Japan). 3 of 6 aboard died. Helicopter had been missing east of Tsushima island, found floating upside fown near Iki island. Helicopter [Registration “JA555H”] was operated by “SGC Saga Aviation opf Fukuoka Wajiro Hospital” pic.twitter.com/M5J4t7vf0H
---विज्ञापन---— Air Safety #OTD by Francisco Cunha (@OnDisasters) April 6, 2025
3 लोगों की मौत और 3 गंभीर घायल
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हेलीकॉप्टर के पायलट 66 वर्षीय हिरोशी हमादा, हेलीकॉप्टर मैकेनिक काजुटो योशिताके और 28 वर्षीय नर्स सकुरा कुनीताके को तट रक्षक बल द्वारा बचाया गया। वे पानी में इन्फ्लेटेबल लाइफसेवर्स से चिपके हुए मिले। इन तीनों को हाइपोथर्मिया हो गया था, लेकिन वे होश में थे।
वहीं 34 साल के डॉक्टर केई अराकावा, 86 साल के मरीज मित्सुकी मोटोइशी और उनकी देखभाल करने वाले 68 साल के काजुयोशी मोटोइशी के शव बरामद हुए हैं। घायलों ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने नागासाकी प्रांत के एक एयरपोर्ट से फुकुओका के अस्पताल के लिए उड़ान भरी थी कि वह हादसे का शिकार हो गया।
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सरकार ने दिए हादसे की जांच के आदेश
कोस्ट गार्ड के एक अधिकारी ने बताया कि बचाए गए तीनों लोगों की हालत समुद्र के ठंडे पानी में काफी खराब हो गई थी। उनके शरीर का तापमान काफी गिर गया था, लेकिन उनकी सांसें चल रही थीं। अगर थोड़ी देर हो जाती तो उन्हें बचाना मुश्किल हो जाता। जापान की सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्राथमिक जांच में हादसे का कारण तकनीकी खामी पता चला है। समुद्र के अंदर से मलबा निकाल लिया गया है। हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स को भी कब्जे में ले लिया गया है, ताकि हादसे के समय की जानकारियां मिल सकें।