Greater Manchester: ग्रेटर मैनचेस्टर के 57 साल के शख्स को बलात्कार के केस में 17 साल की सजा हो गई। गिरफ्तार होने के बाद से सजा होने तक शख्स ने खुद को निर्दोष बताया। दोषी साबित होने के बाद भी शख्स अपनी बेगुनाही के लिए लड़ता रहा, आखिरकार कोर्ट ने अब उसे निर्दोष माना और करीब 20 साल बाद एंड्रयू मैल्किंसन ने कानूनी लड़ाई जीत ली। डेली मेल के मुताबिक, मैल्किंसन को हर्जाने के रूप में एक मिलियन पाउंड (करीब 10.51 करोड़ रुपए) मिलेंगे। हालांकि उनके वकील ने बताया कि इसके लिए मैल्किंसन को इंतजार करना होगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रेटर मैनचेस्टर में एक महिला के साथ बलात्कार के दोषी पाए जाने के बाद 2003 में एंड्रयू मैल्किंसन को सजा सुनाई गई। बुधवार को उन्होंने काफी जद्दोजहद के बाद 20 साल पुराने मामले में खुद को निर्दोष साबित करने में सफल हुए। कहा जा रहा है कि गलत सजा के लिए उससे मिलने वाली रकम में से जेल में खाने और रहने के लिए कुछ राशि काट ली जाएगी।
मैल्किंसन ने द टेलिग्राफ से बातचीत में कहा कि गलत तरीके से जेल में बंद होने के कारण उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये बहुत गंभीर है कि मुझे गलत तरीके से जेल के रहने के बावजूद खाने और रहने के लिए भुगतान करना होगा। वहीं, जेल विभाग की मानें तो मुआवजे में कटौती तब की जा सकती है, जब जिन लोगों को गलत तरीके से कैद शख्स ने हिरासत में रहने के दौरान अपने खाने और रहने की लागत पर आने वाले खर्च में बचत की हो।
पहचान के आधार पर हुई थी जेल
एंड्रयू मैल्किंसन की गिरफ्तारी और दोषसिद्धि सिर्फ उनके पहचान के आधार पर हुई थी। उन्हें दोषी साबित करने के लिए पुलिस के पास कोई भी डीएनए सैंपल नहीं था। फोरेंसिक की ओर से रखे गए एक डीएनए नमूने का परीक्षण किया गया और पिछले अक्टूबर में एक अन्य व्यक्ति से जुड़ा हुआ पाया गया। इसके बाद मैल्किंसन के निर्दोष साबित होने के चांस और बढ़ गए। उधर, जिस शख्स से डीएनए सैंपल मैच हुए थे, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, पकड़े गए दूसरे आरोपी पर बलात्कार का आरोप लगाया जाएगा या नहीं, इस पर फैसले का इंतजार है।
मैल्किंसन के वकील एडवर्ड हेनरी केसी ने कहा कि ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस (जीएमपी) ने कोर्ट के फैसले और उनके मुवक्किल की दोषी साबित होने के बाद पीड़िता के कपड़े नष्ट कर दिए थे। वहीं, सहायक मुख्य कांस्टेबल सारा जैक्सन ने कहा कि हमें खेद है कि मैल्किंसन एक ऐसे अपराध के लिए दोषी ठहराए गए और 17 साल की सजा काटी जो उन्होंने किया ही नहीं था। वहीं, ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस की माफी पर मिल्किंसन ने कहा कि बिना जवाबदेही के माफ़ी का अब कोई मतलब नहीं है।