नई दिल्ली: न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे नेतृत्व की भूमिका के रास्ते में मातृत्व को आड़े नहीं आने दें। जैसिंडा अर्डर्न राजनीति से बाहर हो गई हैं। 42 वर्षीय अर्डर्न ने वेलिंगटन में बुधवार को संसद में अपने भाषण में कहा, “मैं यह जानकर ये सब छोड़ रही हूं कि मैं सबसे अच्छी मां थी।”
अपनी सहानुभूति और मजबूत नेतृत्व के लिए विश्व स्तर पर नाम कमाने वाली अर्डर्न का जनवरी में इस्तीफा एक झटके के रूप में आया। टीनेजर रहते हुए अर्डर्न देश की लेफ़्ट पार्टियों से जुड़ी थीं। वो देश की अंतिम वामपंथी प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क के कार्यालय में काम करती थीं। इसके अलावा वो ब्रिटेन में टोनी ब्लेयर की सलाहकार भी रही थीं।
जैसिंडा अर्डर्न को एक संकट प्रबंधक के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान अपने देश को उसके सबसे बुरे दिनों में से निकाला। उनमें 2019 में दो मस्जिदों पर क्राइस्टचर्च आतंकवादी हमला शामिल था जिसमें 51 लोग मारे गए थे। उस वर्ष बाद में एक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ जिसमें 22 लोग मारे गए, और फिर कोविड़ -19 महामारी। इन सारी आपदाओं से अर्डर्न ने जिम्मेदारी के साथ निपटा।
साल 2017 में 37 साल की उम्र में पीएम चुनी जाने वाली जेसिंडा अर्डर्न उस समय दुनिया में सबसे कम उम्र की महिला राष्ट्र प्रमुख बनी थीं। वो साल 1856 के बाद न्यूज़ीलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनी थीं। 1990 में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो ने प्रधानमंत्री रहते हुए बेटी को जन्म दिया था। वह पद पर रहते हुए मां बनने वाली दुनिया की पहली नेता थीं। 2018 में उन्हें टाइम्स पत्रिका ने दुनिया के सबसे ताकतवर सौ नेताओं की लिस्ट में शामिल किया था।
अप्रैल 2019 में अर्डर्न ने अपने मंगेतर और लिव-इन पार्टनर क्लार्क गेफ़ोर्ड से शादी कर ली। क्लार्क पेशे से टीवी प्रेज़ेंटर हैं। दोनों लंबे वक़्त से रिश्ते में थे। अक्तूबर 2020 में हुए चुनावों में उनकी पार्टी ने बहुमत हासिल किया जिसके बाद उनकी पार्टी ने 2020 में सरकार बनाई और अर्डर्न एक बार फिर प्रधानमंत्री बनीं।