Trump Jinping Meeting Minutes: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात साउथ कोरिया के बुसान शहर में हुई थी. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मीडिया को ब्रीफ किया है. उन्होंने बताया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक दोनों देशों के लिए बहुत अच्छी रही. पॉजिटिव और शानदार बातचीत हुई, जो दोनों देशों के बीच तनाव को कम करेगी. स्थायी शांति और सफलता की ओर ले जाएगी. भगवान चीन और अमेरिका दोनों का भला करे.
Introduction at the negotiations between President Trump and President Xi Jinping in Busan, South Korea—a crucial meeting today. We must watch this closely, as Russia under Putin, with outcomes still undetermined, is in the early phase. Please pray for our great President and… pic.twitter.com/2tKSIrsqUj
---विज्ञापन---— Juan O Savin 107 (@JuanOSavin107) October 30, 2025
ट्रंप-जिनपिंग के बीच इन मुद्दों पर हुई बात
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एयरफोर्स-1 में पत्रकारों को बताया कि गत 30 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के बुसान में APEC शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात हुई. इस मुलाकात के दौरान दोनों में एक साल के व्यापार समझौते पर सहमति बनी, जिस पर जल्दी ही साइन किए जाएंगे. साइन होने के बाद उस व्यापार समझौते को स्थितियों के अनुसार एक्सटेंड किया जाएगा. हर साल के आखिरी में समझौते पर बातचीत के लिए बैठेंगे और उम्मीद है कि यह समझौता लंबा चलेगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मीटिंग में टैरिफ और फेंटेनाइल पर भी बात हुई. चीन के फेंटेनाइल के मुद्दे पर कार्रवाई करने की सहमति जताई तो अमेरिका ने भी चीन के निर्यात पर लगे 57 प्रतिशत टैरिफ को घटाकर 47 प्रतिशत कर दिया, यानी टैरिफ में 10 प्रतिशत की कटौती की गई है. चीन ने दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते के तहत सोयाबीन और अन्य अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद को लेकर भी सहमति जताई है, जिससे किसानों का भला होगा, उन्हें आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा.
At the APEC summit, President Donald Trump and Xi Jinping discussed frictions between the world's top economies and expressed optimism about a cooperative future https://t.co/oQhLfjsdQt pic.twitter.com/skdRZ0MALO
— Reuters (@Reuters) October 30, 2025
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मई में टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव आ गया था. चीन ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर कंट्रोल बढ़ाया. अमेरिका से सोयाबीन खरीदना बंद कर दिया. जिससे देशभर के किसानों की अरबों डॉलर की फसल बिके बिना रह गई, लेकिन मुलाकात करके विवादों को सुलझा लिया गया है.










