अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले के बाद यूएसएआईडी में की गई कटौती के कारण गोदामों में भारी मात्रा में राशन अटक गया है और इनपर एक्सपायरी का खतरा मंडरा रहा है। ट्रंप ने यह फैसला वैश्विक स्तर पर बढ़ती भुखमरी के बीच लिया है। वहीं, सहायता कार्यकर्ताओं का कहना है कि यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) की सेवाओं को बंद करने से सहायता वितरण में बाधा उत्पन्न हुई है।
जनवरी में ट्रंप प्रशासन ने लिया था फैसला
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थिति से परिचित 5 लोगों के अनुसार, खाद्यान्न राशन जो 35 लाख लोगों को एक महीने तक आपूर्ति कर सकता है, वह अमेरिकी सहायता में कटौती के कारण दुनिया भर के गोदामों में सड़ रहा है और उसे एक्सपायर होने का खतरा है। अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी में पूर्व में काम कर चुके 3 लोगों और अन्य सहायता संगठनों के दो सूत्रों के अनुसार, जनवरी में ट्रंप प्रशासन द्वारा वैश्विक सहायता कार्यक्रमों में कटौती करने के निर्णय के बाद से खाद्यान्नों का स्टॉक 4 अमेरिकी सरकारी गोदामों में फंसा हुआ है।
60-66 हजार मीट्रिक टन राशन गोदामों में सड़ रहा
दो सूत्रों ने बताया कि कुछ स्टॉक को या तो जलाकर या पशु चारे के रूप में उपयोग करके या अन्य तरीकों से नष्ट कर दिया जाएगा, क्योंकि इनकी एक्सपायरी जुलाई की शुरुआत में होने वाली है। 5 अन्य लोगों ने बताया कि यूएसएआईडी के मानवीय सहायता ब्यूरो (बीएचए) द्वारा संचालित इन गोदामों में 60,000 से 66,000 मीट्रिक टन खाद्यान्न उपलब्ध हैं, जो अमेरिकी किसानों और मैन्युफैक्चरर से प्राप्त किया गया है। वहीं, कुछ गोदामों की सूची में ऐसे नाम भी शामिल हैं, जहां पड़े सामानों के एक्सपायर की तारीख नहीं पता है। ये गोदाम जिबूती, दक्षिण अफ्रीका, दुबई और ह्यूस्टन में स्थित हैं। इन गोदामों में 66,000 टन से अधिक राशन हैं, जिनमें हाई ऊर्जा वाले बिस्कुट, वनस्पति तेल और फोर्टिफाइड अनाज शामिल हैं।
10 लाख से अधिक लोगों को 3 महीने तक भोजन मिल सकता है
रॉयटर्स द्वारा समीक्षा की गई दस्तावेजों के अनुसार, सप्लाई किए जाने वाले इन राशनों का मूल्य 98 मिलियन डॉलर से अधिक है, जिसे एक सहायता अधिकारी द्वारा साझा किया गया था और अमेरिकी सरकार के एक सूत्र द्वारा इसकी पुष्टि की गई थी। रॉयटर्स के विश्लेषण के अनुसार, विश्व की सबसे बड़ी मानवीय एजेंसी, विश्व खाद्य कार्यक्रम के आंकड़ों पर आधारित इस भोजन से 10 लाख से अधिक लोगों को 3 महीने तक या गाजा की सम्पूर्ण आबादी को डेढ़ महीने तक भोजन मिल सकता है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि एक टन खाद्यान्न, जिसमें आमतौर पर अनाज, दालें और तेल शामिल होते हैं, लगभग 1,660 लोगों की दैनिक जरूरत को पूरा कर सकता है।
वैश्विक स्तर पर भुखमरी के बीच ट्रंप ने लिया फैसला
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूएसएआईडी को समाप्त करने और मानवीय सहायता व्यय में कटौती करने का निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब संघर्ष और जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक स्तर पर भुखमरी का स्तर बढ़ रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग अकाल की ओर बढ़ रहे हैं और दशकों की प्रगति पर पानी फिर रहा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुसार, दुनिया भर में 34.3 करोड़ लोग खाद्य असुरक्षा के गंभीर स्तर का सामना कर रहे हैं। इनमें से 19 लाख लोग भयावह भूख से पीड़ित हैं और अकाल के कगार पर हैं। उनमें से ज्यादातर गाजा और सूडान में हैं, लेकिन दक्षिण सूडान, हैती और माली के कुछ इलाकों में भी हैं।
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने दी ये जानकारी
यूएसएआईडी की देखरेख करने वाले विदेश विभाग के प्रवक्ता ने खाद्य भंडारों के बारे में विस्तृत प्रश्नों के उत्तर में कहा कि वह सहायता कार्यक्रमों की निर्बाध निरंतरता सुनिश्चित करने और यूएसएआईडी की समाप्ति प्रक्रिया के भाग के रूप में जुलाई तक उनके हस्तांतरण के लिए काम कर रहा है। प्रवक्ता ने कहा, ‘यूएसएआईडी अपने साझेदारों के साथ लगातार परामर्श कर रहा है कि आपातकालीन कार्यक्रमों में उपयोग के लिए यूएसएआईडी गोदामों में वस्तुओं का वितरण उनकी समाप्ति तिथि से पहले सबसे अच्छे तरीके से कहां किया जाए।’ सूत्रों ने बताया कि ट्रंप प्रशासन ने कुछ मानवीय कार्यक्रमों के लिए छूट जारी की है, जिसमें गाजा और सूडान भी शामिल हैं, लेकिन अनुबंधों को रद्द करने और आपूर्तिकर्ताओं, शिपर्स और ठेकेदारों को भुगतान करने के लिए आवश्यक धनराशि को रोकने के कारण 4 गोदामों में फूड स्टॉक फंस गया है।