G20 Meeting: अगले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक होने वाली है। इससे पहले चीन ने एक बार फिर नापाक हरकत दिखाई है। चीन ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में शामिल नहीं होगा। जम्मू-कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है। वहां होने वाली बैठकों का हम विरोध करते हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि चीन जम्मू-कश्मीर जैसे विवादित क्षेत्र पर किसी भी प्रकार की जी-20 बैठक आयोजित करने का विरोध करता है। हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे।
चीन ने फिर की नापाक हरकत, कहा हम कश्मीर में होने वाले G-20 सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे
◆ चीन – "जम्मू-कश्मीर विवादित क्षेत्र है, वहां होने वाली बैठकों का हम विरोध करते हैं"
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— News24 (@news24tvchannel) May 20, 2023
2020 से चीन के साथ रिश्ते तनावपूर्ण
2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाट में भारत और चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए। पीएम मोदी ने शुक्रवार को जापान में कहा कि सीमा पर शांति के लिए चीन और पाकिस्तान जिम्मेदार हैं। जब तक सीमा पर शांति नहीं होगी तब तक द्विपक्षीय संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं।
चीन ने पाकिस्तान का किया समर्थन
दरअसल, भारत की अध्यक्षता में तीसरी G-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक 22-24 मई तक जम्मू और कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में होने वाली है। बता दें कि चीन पाकिस्तान दोस्त हैं। चीन ने पहले भी जम्मू-कश्मीर को लेकर बयानबाजी की है, जिसका भारत ने करारा जवाब दिया है।
जी-20 से पर्यटन उद्योग काे मिलेगा बूम
पर्यटन उद्योग ने केंद्र शासित प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन आतंकी घटनाओं के चलते पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान पहुंचाया। लेकिन अनुच्छेद 370 हटने के बाद काफी सुधार आया है। कश्मीर में पर्यटन से जुड़े लोगों का मानना है कि जी20 बैठक दुनिया भर के निवेशकों और पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है।