बांग्लादेश में सेना और अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के बीच तनाव बना हुआ है। सेना ने जल्द से जल्द चुनाव कराने की बात कही है तो वहीं यूनुस दबाव बनाने पर इस्तीफा देने की धमकी दे रहे हैं। वे पांच साल तक बिना चुनाव कराए ही सत्ता में बने रहना चाहते हैं। ऐसे में सियासी उथल-पुथल के बीच बांग्लादेश की पूर्व सीएम शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर बड़ा आरोप लगाया है। हसीना ने कहा कि यूनुस ने आतंकियों की मदद से सत्ता हथियाई है और कई आतंकी संगठन ऐसे हैं जिन पर अंतर्राष्ट्रीय बैन लगा हुआ है।
अब बांग्लादेश की जेलें खाली
पूर्व पीएम ने ये बातें फेसबुक पोस्ट में कही है। हसीना ने कहा कि यूनुस ने सत्ता हथियाने में प्रतिबंधित लोगों की मदद ली। सिर्फ एक आतंकी हमले के बाद हमने कई सख्त कदम उठाए। कई लोगों को अरेस्ट किया, अब बांग्लादेश की जेलें खाली हैं। बांग्लादेश में अब आतंकियों का ही राज है।
उग्रवादी नेता ने कब्जा कर लिया है
शेख हसीना ने आगे कहा कि हमारे महान बंगाली राष्ट्र का संविधान है जिसे हमने लंबे संघर्ष के बाद हासिल किया है, एक उग्रवादी नेता ने इस पर कब्जा कर लिया है। संविधान को छूने का अधिकार किसने दिया? उनका कोई संवैधानिक आधार नहीं है। यूनुस का मुख्य सलाहकार के पद पर रहने का कोई आधार नहीं है वह अस्तित्व में नहीं है। उन्होंने अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शेख मुजीबुर्र रहमान का जिक्र किया
हसीना ने इस दौरान अपने पिता और स्वतंत्रता सेनानी शेख मुजीबुर्र रहमान का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि जब अमेरिका को सेंट मार्टिन द्वीप चाहिए था तो मेरे पिता शेख मुजीबुर्र रहमान इसके लिए राजी नहीं हुए। लेकिन आज यूनुस बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेच रहे हैं।
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बता दें कि बांग्लादेश में सत्ता छोड़ने के बाद से ही अस्थिरता बनी हुई है। शेख हसीना सरकार के खिलाफ छात्रों ने बगावत की थी। इसके बाद शेख हसीना को भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी थी। 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश का तख्ता पलट हो गया, इसके बाद से ही शेख हसीना भारत में है।
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