Bangladesh News: बांग्लादेश से जमात-ए-इस्लामी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, देश की सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी की तरफ से अंतरिम सरकार के सामने एक मांग रखी गई। जमात-ए-इस्लामी की मांग है कि अगले साल फरवरी में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों से पहले कुछ सुधार किए जाएं। इस इस्लामी पार्टी की मांग वाली लिस्ट में समान अवसर सुनिश्चित करना और स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने जैसे मौलिक सुधार के मुद्दे शामिल हैं। अपनी मांग को रखने के लिए जमात-ए-इस्लामी ने एक राष्ट्रीय रैली आयोजित की, जिसमें उन्होंने अपनी मांग रखी।
Thousands rally in Dhaka as Bangladesh’s Jamaat-e-Islami party returns to politics after the country’s top court restores its registration pic.twitter.com/fxFtuCTy4m
---विज्ञापन---— TRT World Now (@TRTWorldNow) July 19, 2025
जमात-ए-इस्लामी की मांग
इसके साथ ही जमात-ए-इस्लामी ने मांग की कि राष्ट्रीय चुनावों से पहले अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का मुकदमा चलाया जाए। इसके साथ ही देश के जरूरी मौलिक में सुधार के लिए जुलाई चार्टर लागू करने की घोषणा की गई है। जुलाई चार्टर में जुलाई विद्रोह में शहीद और घायल हुए लोगों के परिवारों के लिए पुनर्वास की मांग की गई है। इसके अलावा जमात ने एक करोड़ से ज्यादा प्रवासियों को मतदान की सुविधा प्रदान करने की भी मांग की है।
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बांग्लादेश में चुनाव को लेकर तैयारी
यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (UNB) की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 8 लाख कानून प्रवर्तन कर्मियों को इस काम में लगाया जाएगा। इसके लिए इन कर्मियों को चुनाव से पहले और प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य सलाहकार ने देश में राष्ट्रीय चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण मतदान करने के लिए करीब 16,000 संवेदनशील वोटिंग सेंटर पर सीसीटीवी से निगरानी रखने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही चुनाव के दौरान इन सेंटर्स पर पुलिस और बाकी के फोर्स के सदस्यों को 5 दिनों के बजाय 7 दिनों के लिए तैनात किया जाएगा।