Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में Gen-Z प्रोटेस्ट के दौरान हुई हिंसा में 30 लोगों की मौत हो गई और 2000 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पीएम केपी शर्मा ओली ने भी इस्तीफा दे दिया। अब नए प्रधानमंत्री को लेकर चर्चा तेज हो गई है। Gen-Z ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की पर भरोसा जताया है। हालांकि काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह का नाम भी चर्चा में था, लेकिन वह आखिरी वक्त पर पीछे हट गए। रवि लामिछाने ने भी खुद को रेस से बाहर कर लिया। अब बालेंद्र शाह ने सुशीला कार्की के समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके बाद सुशीला कार्की के नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की चर्चा तेज हो गई है।
क्या कहा बालेंद्र शाह ने?
बालेंद्र ने कहा कि देश अब एक अलग तरह की स्थिति में है, जो इतिहास में शायद पहले कभी नहीं देखी गई थी। युवा एक सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। ये समय घबराने का नहीं, बल्कि धैर्य बनाए रखने का है। अब देश एक अंतरिम सरकार के अधीन है, जो देश में नए चुनाव कराएगी। इस सरकार का काम चुनाव कराना और देश को एक नया जनादेश देना होगा। मैं पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का समर्थन करता हूं। मैं उनका अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के प्रस्ताव का पूर्ण समर्थन करता हूं। आपकी समझदारी, बुद्धिमत्ता और एकता का तहे दिल से सम्मान। मैं अपने उन दोस्तों से, जो अभी नेतृत्व संभालने की जल्दीबाजी में हैं, यही कहना चाहूंगा कि देश को आपके जुनून, आपकी सोच और आपकी ईमानदारी की जरूरत है। चुनाव इसी के लिए होते हैं। कृपया जल्दबाजी न करें। इससे पहले Gen-Z आंदोलनकारियों की लगभग चार घंटे वर्चुअल बैठक चली। इसमें सदस्यों ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को आगामी वार्ताओं में प्रतिनिधित्व के लिए अंतरिम नेता चुना।
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क्या हैं नेपाल में हालात?
नेपाल में आर्मी ने मोर्चा संभाला है और 12 सितंबर तक कर्फ्यू लगा दिया है। बताया जा रहा है कि नेपाल की जेलों से 13 हजार से ज्यादा कैदी भाग गए हैं। हालांकि एयरपोर्ट शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन विशेष फ्लाइट्स चलाई जा रही हैं। काठमांडू एयरपोर्ट पर 500 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं। राजस्थान की विधायक ऋतु बनावत भी इसमें फंसी हैं। एयर इंडिया ने नेपाल में फंसे लोगों का रेस्क्यू करना शुरू कर दिया है। फिलहाल शांति है, लेकिन कई होटल, मकान और सरकारी इमारतें जला दी गई हैं। नेपाल में अस्थिरता का माहौल है।
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क्या बोले केपी शर्मा ओली?
पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली के बारे में भी बड़ी जानकारी मिली है। चर्चा थी कि वह नेपाल छोड़कर दुबई भाग गए हैं, लेकिन अब पता चला है कि वह शिवपुरी में हैं। नेपाल की सेना उनकी सुरक्षा कर रही है। ओली ने हिंसा पर बुधवार को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा आंदोलनों के पीछे की ताकतें युवाओं को विनाशकारी गतिविधियों के लिए भटका रही हैं। उन्होंने हिंसा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटना को सुनियोजित राजनीति का हिस्सा बताया है।