Andrey Morozov suicide: यूक्रेन-रूस युद्ध के खिलाफ अपने ब्लॉग से चर्चा में बने रहने वाले एंड्री मोरोजोव ने सुसाइड कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की है। अचानक हुई ब्लॉगर की सुसाइड इसलिए भी संदिग्ध लग रही है कि हाल ही में उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेन के Avdiivka शहर पर कब्जा करने के दौरान बीते एक माह में करीब 16000 रूसी सैनिकों के मरने की सूचना उजागर की थी। जिसके बाद उन पर अपनी इस पोस्ट को डिलीट करने का दबाव बनाया जा रहा था।
Andrey Morozov, committed suicide.
Was a guard sergeant of the 4th Motorized Rifle Brigade of the RU Army (former NM LPR).---विज्ञापन---His last writing, is a unique document that shows the weakness of the RU army, the nazism impregnating RU units and frustration.#RussiaIsLosing
Good… pic.twitter.com/uyw8D6JEwq— Doktor Klein 🇪🇸 🇪🇺 🇺🇦 (@Doktor_Klein) February 21, 2024
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इस पोस्ट पर हुआ हंगामा
रशियन मूल के Andrey Morozov अकसर यूक्रेन-रूस युद्ध के विरोध में ब्लॉग लिखते थे। वह युद्ध के खिलाफ थे और टेलीग्राम पर काफी फेमस थे। हाल ही में उन्होंने अपने टेलीग्राम ग्रुप पर करीब 120000 लाख फॉलोअर्स पूरे किए थे। एंड्री मोरोजोव के Avdiivka शहर संबंधी पोस्ट को लेकर काफी हंगामा हुआ था। पोस्ट पर रूसी सरकार ने उनकी काफी निंदा की थी और उन्हें सरकार विरोधी करार दिया था।
Trùm tuyên truyền Nga, Andrey Morozov "Murz" đã tự sát vì không thể chịu đựng nổi đám pro putin tấn công quấy rối khi dám tiết lộ dữ liệu về tổn thất của phát xít Nga khi chúng tấn công Avdiivka, theo đó, khoảng 17k lính Nga chết khi cố chiếm thị trấn này.… pic.twitter.com/TXzx7cjnmi
— Tran Thai Hoa (@Tran_Thai_Hoa) February 21, 2024
मरने से पहले लिखा आखिरी संदेश
मंगलवार को Andrey Morozov ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। इससे पहले उन्होंने अपने चैनल पर आखिरी संदेश लिखा था कि Avdiivka मामले में लगातार उन पर मरने वाले सैनिकों की संख्या कम करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। लेकिन वह ऐसा करने की बजाए खुद को खत्म करने ही उचित समझते हैं। इससे पहले भी वह यूक्रेन-रूस युद्ध के खिलाफ अपने पोस्ट लिखते रहे हैं।
राष्ट्रपति ने की थी सेना की तारीफ
जानकारी के अनुसार 18 फरवरी को रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के अवदिव्का शहर पर कब्जा किया गया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस पर अपनी सेना की जमकर तारीफ की थी। वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि अवदिव्का शहर यूक्रेन का अहम पूर्वी शहर है। बताया गया था कि शहर की आबादी करीब 34000 थी, जिसने रूसी कब्जे के बाद वहां से पलायन कर दिया है।
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