सोशल मीडिया के अपने फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि फर्जी खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं। फेक न्यूज के इस जमाने में भरोसा कर पाना कठिन है कि कौन सी खबर सही है तो कौन सी गलत। एक बार खबर चल जाने पर लोग उसे इतनी तेजी से शेयर करते हैं जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। कई बार सरकारी योजनाओं को लेकर भी ऐसी ही फर्जी खबरें चलाई जाती हैं। इसमें खासकर ऐसी खबरें होती हैं कि मुफ्त में क्या-क्या मिलने वाला है, क्योंकि मुफ्त की चीजों को पाने में लोग ज्यादा उत्सुक रहते हैं।
कई बार तो सरकार को इसे फर्जी बताने के लिए आगे आना पड़ता है। अब चूंकि पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है और आम चुनाव होने में भी 6 महीने ही बचे हैं। ऐसे में कई तरह की फर्जी खबरें भी चलाई जा रही हैं। इनसे आम जनता पर बहुत असर पड़ता है, क्योंकि वह इनपर विश्वास कर लेती है।
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ऐसी ही एक फर्जी खबर बीजेपी और पीएम मोदी को लेकर फैलाई जा रही थी। इसको फ्री रिचार्ज योजना के दावे से वायरल किया जा रहा था, लेकिन अब पता चला है कि यह मैसेज फर्जी था। इसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट लेने के लिए 3 महीने का मुफ्त मोबाइल रिचार्ज करा रहे हैं। व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक पर एक वेबसाइट लिंक के साथ खबर फैलाई जा रही थी कि पीएम मोदी और बीजेपी मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को तीन महीने का मुफ्त रिचार्ज दे रहे हैं। यह सोशल मीडिया पर तेजी से चलाया जा रहा था।
हालांकि ऐसा कुछ नहीं है। जब इसकी जांच की गई तो पाया गया कि यह बिल्कुल गलत है। यह पाया गया कि बीजेपी के सोशल मीडिया हैंडल या उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर तीन महीने तक मुफ्त मोबाइल रिचार्ज कराने जैसा कोई संदेश नहीं है। जांच में न तो बीजेपी की वेबसाइट और न ही उसके सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसी कोई जानकारी मिली। वहीं साइबर विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग इस तरह की किसी भी फर्जी लिंक पर क्लिक न करें। इससे आपका डेटा हैक हो सकता है और नुकसान हो सकता है।
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