बिहार के पहले फेज के मतदान से पहले राजद नेता और महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने News24 की एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद से खास बातचीत की है. इस बातचीत में तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल, अपराध, नौकरी, शिक्षा आदि पर खुलकर बात की है. तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह बिहार आते हैं, बीस साल पहले की बात करते हैं, लेकिन मोकामा में क्या हुआ, इस पर बात नहीं करते.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव, अच्छी शिक्षा, रोजगार, इलाज चाहती है. जनता पलायन और अपराधमुक्त बिहार चाहती है. 20 साल NDA के पास मौका था, लेकिन बिहार में कोई कारखाना, कोई रोजगार नहीं. चार-पांच करोड़ लोग बिहार से बाहर जा रहे हैं पढ़ाई के लिए, दवाई के लिए, कमाई के लिए. 20 साल एक बड़ा मौका होता है, 20 साल में भी लोगों ने कोई स्थिति सुधारी नहीं तो अब हमें लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी अब उस योग्य नहीं रह गए. उम्र का असर दिखने लगा है. 14 करोड़ बिहारवासियों का भविष्य जो है, उनके हाथ में सुरक्षित नहीं है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन या इंडिया एलायंस के पास विजन है, रोडमैप है, ब्लूप्रिंट है, लेकिन NDA के पास कुछ नहीं है. प्रधानमंत्री जी आते हैं, 35 साल पुरानी बातें करते हैं, लेकिन 35 मिनट पहले मोकामा में क्या हुआ, इस पर बातचीत नहीं करते. 70 हजार करोड़ का हिसाब-किताब नहीं है, उसकी बात नहीं करते, घोटाले की बात नहीं करते. तेजस्वी यादव ने NDA के घोषणा पत्र पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि मैनिफेस्टो लॉन्च होते ही 30 सेकंड में खत्म हो गया. किसी ने कुछ बोला नहीं, क्योंकि उनके पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं है.
मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में नाम घोषित करने में हुई देरी को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि नाम को लेकर कभी भी कोई कंफ्यूजन नहीं रहा. हम लोग जब भी बैठक करते थे तो यह कभी मुद्दा था ही नहीं. सीट समझौते को लेकर थोड़ी-सी दिक्कत आई, लेकिन सब कुछ ठीक है. भले ही हमें देरी हुई, लेकिन NDA में दूरी अधिक दिखाई दे रही है.









