Shivling Prasad Rules: भगवान भोले बाबा की पूजा की विधि सबसे आसान है। कहा जाता है कि उन्हें मनाना भी बहुत आसान है। लेकिन शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद के लिए अलग-अलग भ्रांतियां हैं। कोई कहता है कि शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को खाना चाहिए तो कोई कहता है कि नहीं खाना चाहिए। इस पर डॉ श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषविद ने अपनी राय दी और बताया कि शिव पुराण में इसके क्या नियम हैं और महत्व क्या है? भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों को ये पता होना चाहिए कि शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद खाना चाहिए या नहीं?
माना जाता है कि भगवान के चरणों में चढ़ाया गया प्रसाद व्यक्ति के लिए अमृत के समान होता है। ऐसी मान्यता है कि प्रसाद ग्रहण करने से इंसान को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उनके प्रसाद को देखकर ही पाप दूर भाग जाता है। ऐसे में अगर उनके प्रसाद को ग्रहण कर लिया जाए तो पुण्य की प्राप्ति होती है। जो लोग भोले बाबा के प्रसाद को ग्रहण नहीं करता उन्हें नरक में जगह मिलती है। ऐसे व्यक्ति को सबसे बड़ा पापी माना जाता है।शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर चढ़ा हर एक प्रसाद व्यक्ति को ग्रहण नहीं करना चाहिए। शिव पुराण के 22 वें अध्याय में बताया गया है कि शिवलिंग के पास में चढ़ा प्रसाद आप ग्रहण कर सकते हैं। लेकिन जो प्रसाद शिवलिंग के ऊपर चढ़ा है उसे ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस बारे में और विस्तार से जानने के लिए देखें वीडियो।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी अंक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।