IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों ने नाक कटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रोहित शर्मा और विराट कोहली बल्ले से बुरी तरह से फ्लॉप रहे, तो यही हाल केएल राहुल और रविंद्र जडेजा का रहा। रोहित ने 5 पारियों में 31 रन बनाए, तो कोहली ने 9 इनिंग्स में 190 रन ठोके। राहुल ने दौरे की शुरुआत तो अच्छी की, पर उनका प्रदर्शन भी गिरता चला गया। सिडनी में मिली हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने भारतीय खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खेलने की हिदायत दी।
A kind recap on the final RoKo BGT numbers
---विज्ञापन---Taking away his 100* at Perth coming in to bat at 275-2,
Kohli: 5, 7, 11, 3, 36, 5, 17, 6
90 runs in 8 inn at 11.25---विज्ञापन---Rohit: 3, 6, 10, 3, 9
31 runs in 5 inn at 6.2A combined 121 runs at a royal 9.3.
What’s next for the pair in tests? pic.twitter.com/I5leguZYfD
— Srini Mama (@SriniMaama16) January 5, 2025
हालांकि, सच्चाई तो यह है कि रणजी में रनों का अंबार लगा रहे खिलाड़ियों पर सिलेक्टर्स की नजरें ही नहीं पड़ती हैं। अभिमन्यु ईश्वरन ने घरेलू क्रिकेट में कितने रिकॉर्ड्स चकनाचूर कर दिए हैं यह बताने की जरूरत नहीं है। हालांकि, इसके बावजूद वह सिर्फ 15 के स्क्वॉड में ही रह जाते हैं। चेतेश्वर पुजारा ने पिछले रणजी सीजन में 69 की औसत से 829 रन बनाए, पर फिर भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुना गया। 59 की औसत से 615 रन बनाने वाले तन्मय अग्रवाल के नाम का जिक्र तक कहीं नहीं है।
रणजी में 90 की एवरेज से 425 रन ठोकने वाले श्रेयस अय्यर की टेस्ट टीम में वापसी ही नहीं हो पा रही है। रजत पाटीदार और यश ढुल भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनके रन और फॉर्म को नोटिस तक नहीं किया जा रहा है। ऐसे ही कई और बल्लेबाज और गेंदबाज हैं, जो घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं, पर हर बार नजरअंदाज हो जाते हैं।