म्यांमार, बैंकॉक और थाईलैंड जैसे देशों में तेज भूकंप के झटके देखने को मिले हैं। इस भूकंप का केंद्र म्यांमार में था, रिएक्टर स्केल पर जिसकी तीव्रता 7.7 नापी गई है। इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। म्यांमार समेत कई देशों से रूह कंपाने वाले मंजर सामने आ रहे हैं। बड़ी से बड़ी इमारतें और पुल पूरी तरह से जमीदोंज हो गए हैं। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर इस भूकंप की असली वजह क्या है?
भू-वैज्ञानिक प्रोफेसर अनिल गुप्ता के अनुसार तस्वीरों और वीडियो से समझा जा सकता है कि जिस तीव्रता का भूकंप था, उससे काफी नुकसान हुआ होगा। अभी सिर्फ बड़ी जगहों के वीडियो सामने आए हैं, जहां बड़ी-बड़ी इमारतें मलबे में तब्दील हो चुकी हैं। इससे कयास लगाया जा सकता है कि तेजी से हो रहा विकास इसके पीछे बड़ा कारण हो सकता है। खासकर इमारतों के निर्माण के समय भूकंपरोधी चीजों का इस्तेमाल नहीं होता, बड़ी इमारतों पर हैलीपैड और स्वीमिंग पूल जैसी चीजें होती हैं। भूकंप के कारण कई जगहों पर शॉर्ट सर्किट और आगजनी भी देखने को मिलती है। भारत के लिए भी यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है। कुछ इसी तरह का विकास भारत में भी तेजी से हो रहा है। हमारे यहां बहुत कम इमारतों में भूकंप का ध्यान रखा जाता है। पिछले 25 सालों में थाईलैंड और बैंकॉक में काफी निवेश हुआ है। देखें पूरा वीडियो…