Hindenburg Report: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और सेबी की चेयरपर्सन माधबी पूरी बुच पर बड़े खुलासों के बाद हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि सेबी चेयरपर्सन ने इस पर सफाई पेश की है। आइए आपको आसानी भाषा में बताते हैं कि इस रिपोर्ट में क्या कहा गया है? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी के चेयरपर्सन की उन ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी रही है जिनका इस्तेमाल अडानी ग्रुप की कथित वित्तीय अनियमतताओं में हुआ था।
जिन फंड्स की इंवॉल्वमेंट है वे कॉम्प्लिकेटेड
रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी ने अडानी की संदिग्ध शेयरहोल्डर कंपनियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं, अडानी समूह की वित्तीयअनियमितताओं में जिन फंड्स की इंवॉल्वमेंट पाई गई वो काफी अस्पष्ट और कॉम्प्लिकेटेड स्ट्रक्चर वाले हैं। रिपोर्ट में माधबी पुरी बुच की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं और सेबी की जांच करने की मांग की गई है।