Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज के पास आदिवासी युवक विश्वनाथ की कथित तौर पर आत्महत्या मामले की जांच की मांग की है। वायनाड सांसद ने जांच की मांग करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को एक पत्र लिखा है।
वायनाड के सांसद ने कहा कि आठ साल के लंबे इंतजार के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के कुछ दिन बाद ही आदिवासी युवक कोझिकोड मेडिकल कॉलेज के पास लटका पाया गया था। परिवार के लिए जो खुशी का अवसर होना चाहिए था, वह जीवन भर के लिए दुख में बदल गया है।
आदिवासी युवक पर चोरी का आरोप लगाकर भीड़ ने की थी पिटाई
राहुल गांधी ने कहा कि विश्वनाथन के परिवार का आरोप है कि 9 फरवरी को मृतक पर चोरी का झूठा आरोप लगाया गया और भीड़ ने पीटा था। उन्होंने कहा कि विश्वनाथन पिटाई वाले दिन ही लापता हो गया था और 10 फरवरी को मेडिकल कॉलेज के पास एक पेड़ पर लटका पाया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत का कारण फांसी थी और पुलिस का दावा है कि चोरी का आरोपी होने के अपमान के कारण उसने आत्महत्या की।
राहुल गांधी ने चिट्ठी में लिखा है कि मैं विश्वनाथन के परिवार से मिला हूं। पीड़ित के परिवार ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने पोस्टमॉर्टम की गई जल्दबाजी के बारे में अपनी पीड़ा व्यक्त की और पुलिस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथन के परिवार को मामले में साजिश का संदेह है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि केरल राज्य एससी/एसटी आयोग ने भी पुलिस विभाग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
राहुल बोले- सीएम निष्पक्ष जांच का आदेश दें
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री सीएम विजयन से अनुरोध किया कि वे विश्वनाथन की मौत के आसपास की परिस्थितियों की जांच शुरू कराएं और जांच में कोई कमी होने पर निष्पक्ष जांच का आदेश दें। राहुल ने कहा, “उनका [विश्वनाथ का] परिवार, विशेष रूप से उनका नवजात बच्चा न्याय का हकदार है। मैं आपसे यह भी अनुरोध करना चाहता हूं कि कृपया परिवार को सहायता राशि और मानवीय आधार पर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें।”