MP Assembly election 2023: मध्य प्रदेश बीजेपी में भगदड़ के बीच एक राहत भरी खबर आई है। खबर है कि बालाघाट की वारासिवनी से निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं। साल 2013 में उनको भाजपा प्रत्याशी डॉ. योगेंद्र निर्मल ने हरा दिया था। इसके बाद 2018 में कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी डॉ. योगेंद्र निर्मल को चार हजार वोटों से हराया था। इसके बाद से उन्होंने कोई राजनीतिक पार्टी ज्वाइन नहीं की थी।
कमलनाथ सरकार में रह चुके हैं मंत्री
प्रदीप जायसवाल ने 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने पर कमलनाथ सरकार को अपना समर्थन दिया था। इसके बदले कांग्रेस ने उन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया औक उनके समर्थक विधायकों के भाजपा में जाने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई। इसके बाद सरकार बदलने पर जायसवाल ने अपना समर्थन भाजपा को दे दिया।
शिवराज सरकार ने बनाया खनिज विकास निगम का अध्यक्ष
जायसवाल ने जब शिवराज सिंह को समर्थन दिया तो उन्होंने जायसवाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर खनिज विकास निगम का अध्यक्ष बनाया था। अब पार्टी सूत्रों का कहना है कि वे भाजपा की एक दो दिन में सदस्यता ले सकते हैं, ताकि भाजपा की तरफ से चुनाव मैदान में उतर सकें। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी थोड़ी मजबूत होगी।
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